लेखा विभाग से शिक्षक नाराज, सौंपा ज्ञापन
जासं कौशांबी जनपद के छह बीआरसी क्षेत्र के शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग का एरियर नहीं मिल सका। इसके अलावा जूनियर विद्यालयों में विज्ञान व गणित के पूर्व में भर्ती शिक्षकों को नए शिक्षकों से कम वेतन दिया जा रहा था। जिसे समाप्त कर बकाए को एरियर के रूप दिया जाना था। नए शिक्षकों का वेतन भी अब तक नहीं मिल मिला। इसको लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ व बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसए व वित्त लेखा अधिकारी को ज्ञापन देकर समस्याओं के निराकरण किए जाने की मांग की है।
जासं, कौशांबी : जनपद के छह बीआरसी क्षेत्र के शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग का एरियर नहीं मिल सका। इसके अलावा जूनियर विद्यालयों में विज्ञान व गणित के पूर्व में भर्ती शिक्षकों को नए शिक्षकों से कम वेतन दिया जा रहा था। जिसे समाप्त कर बकाए को एरियर के रूप दिया जाना था। नए शिक्षकों का वेतन भी अब तक नहीं मिल मिला। इसको लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ व बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसए व वित्त लेखा अधिकारी को ज्ञापन देकर समस्याओं के निराकरण किए जाने की मांग की है।
बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन जिला संयोजक रघुनाथ द्विवेदी न कहा कि इस मामले को लेकर शिक्षकों ने लेखाधिकारी को कई बार ज्ञापन दिया है। शिक्षकों का मानना है कि लेखाधिकारी की लापरवाही से सातवें वेतन मान का एरियर अब तक नहीं मिल सका। इसके साथ ही जूनियर विद्यालय के नए व पुराने शिक्षकों के वेतन मान में भी अंतर है। सीनियर व जूनियर के वेतनमान को 22 बी का लाभ देते हुए एक समान किया जाना था। वेतन तो शिक्षकों को मिलने लगा, लेकिन 22 सितंबर 2015 से मिलने वाले इस वेतन का एरियर शिक्षकों को अब तक नहीं मिला। । इसके बाद भी वह समस्या का निस्तारण नहीं कर रहे। जिसके कारण शिक्षक परेशान है। इस मौके पर महेंद्र यादव, नितिन यादव, नीरज मिश्र, मायापति त्रिपाठी आदि मौजूद रहे। इसी प्रकार प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष मुलायम सिंह व अशोक द्विवेदी, ध्यान सिंह, अफरोज आलम, जिये सिंह आदि लोगों ने वित्त एवं लेखा अधिकारी को ज्ञापन देकर कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों की डिग्रियों के सत्यापन के बावजूद अब तक वेतन भुगतान नहीं किया गया। जिससे उनको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन जिला संयोजक ओम दत्त त्रिपाठी ने कहा बताया कि सातवें वेतनमान के एरियर की वजह से फरवरी माह का शिक्षकों का वेतन लंबित है। जिसे विभाग तकनीकी समस्या बता रहा है। एरियर का भुगतान अब तक शिक्षकों को नहीं हो सका, लेकिन उसके फरवरी के वेतन से टीडीएस काटकर भुगतान की तैयारी की जा रही है। ऐसा हुआ तो उनको भविष्य में तमाम गैर जरूरी आयकर संबंधी प्रपत्र जमा करने पड़ सकते हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से समस्याओं को निपटारा होली से पूर्व करते हुए होली के पहले शिक्षकों का वेतन दिए जाने की मांग की है। वहीं इस मामले को लेकर वित्त एवं लेखा अधिकारी देव कुमार ने बताया कि उन्होंने जितने बजट की मांग की थी। वह शासन से नहीं मिल सका। बजट कम होने के कारण केवल दो ब्लाकों के शिक्षकों को भुगतान किया गया है। अन्य के लिए बजट की मांग की गई है।