गर्मी से लोग बेहाल, बागों में कट रही दोपहर
संसू, कड़ा : भीषण गर्मी से इन दिनों जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहले गर्मी से राहत दिलाने के लिए कच्चे घर
संसू, कड़ा : भीषण गर्मी से इन दिनों जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पहले गर्मी से राहत दिलाने के लिए कच्चे घर व चौबारे (कमरे और आंगन के बीच का हवादार हिस्सा) होते थे। अब ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पेड़ों की छांव में राहत महसूस कर रहे हैं लेकिन शहरी लोग बिना बिजली के गर्मी झेलने को मजबूर हैं।
इन दिनों गर्मी चरम पर है सूरज की तल्ख किरणें सुबह से ही लोगों को बेहाल करने लगती हैं। अब पक्की ईंट के मकान और घरों की फर्श पक्की करा दी जाती है। तेज धूप होने से पक्के मकान काफी गर्म हो जाते हैं। घर में लगे पंखे भी गर्म हवा देते हैं। जो बदन में सुई की तरह चुभती है। गर्मी से राहत पाने के लिए गांव के अधिकतर लोग दोपहर के समय बाग-बगीचों में पहुंचकर समय बिताते हैं।
आम के बाग में मिलती है राहत
बुधवार को सिराथू तहसील क्षेत्र के सौरई बुजुर्ग गांव के पास स्थित आम की बाग में लोग दोहपर बिताते नजर आए। लोगों की मानें तो आम की बाग की ¨सचाई जाती है। इससे वहां पर ठंडक रहती है।
पहले चौबारा में रहती थी ठंडक
दो दशक पूर्व गांव में कच्चे घर होते थे। मिट्टी की दीवार व कोठा के ऊपर चौबारा होने से घर के अंदर काफी ठंडक रहती थी। लोगों आराम से घर में ही गर्मी की दोपहर में रहते थे, लेकिन अब वक्त बदल गया है।