जिला अस्पताल से चोरी कंप्यूटर बरामद, दो गिरफ्तार
मुख्यालय मंझनपुर स्थित जिला अस्पताल से पांच दिन पहले चोरी हुए कंप्यूटर को पुलिस ने बरामद कर लिया है। मुख्य आरोपित यानि अस्पताल में तैनात संविदा कर्मचारी फरार हो गया। जबकि एक चिकित्सक का वाहन चालक व कंप्यूटर वर्कशॉप संचालक को मंझनपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कौशांबी : मुख्यालय मंझनपुर स्थित जिला अस्पताल से पांच दिन पहले चोरी हुए कंप्यूटर को पुलिस ने बरामद कर लिया है। मुख्य आरोपित यानि अस्पताल में तैनात संविदा कर्मचारी फरार हो गया। जबकि एक चिकित्सक का वाहन चालक व कंप्यूटर वर्कशॉप संचालक को मंझनपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को एसपी ऑफिस में अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर ने घटना का पर्दाफाश किया। इसके बाद दोनों आरोपितों का चालान न्यायालय भेजा गया।
पांच दिन पहले जिला अस्पताल से पांच कंप्यूटर, यूपीएस, एलइडी मॉनीटर चोरों ने पार कर दिए थे। दूसरे दिन मामले की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। मामले में प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पांडेय ने जांच किया तो पता चला कि अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक के चालक की भूमिका संदिग्ध है। उसकी तलाश की गई, लेकिन वह फरार हो चुका था। जांच में यह भी पता चला कि घटना वाली रात जिस रूम में कंप्यूटर रखा था वहां प्राइवेट एंबुलेंस चालक राजू पुत्र प्रेम सिंह निवासी तन्ना पर मंझनपुर देखा गया है। पकड़कर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो चोरी का जुर्म कुबूल लिया। उसने बताया कि चिकित्सक के चालक के साथ उसने घटना को अंजाम दिया है। कंप्यूटर आदि को उसने मंझनपुर स्थित एक मोबाइल के वर्कशॉप पर बेचा है। पुलिस ने वर्कशॉप से सीपीयू, यूपीएस, मानीटर व की-बोर्ड बरामद कर लिया। साथ ही वर्कशॉप संचालक महेश पुत्र स्वर्गीय धर्मराज निवासी गांधीनगर मंझनपुर को भी गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय में पेश करने के बाद दोनों आरोपितों को जेल भेजा गया। गुड़ बेचने के विवाद में परिवार को पीटा
नारा : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के बलीपुर नारा गांव में बाजार में गुड़ बेचने को लेकर कुछ लोगों ने घर में घुसकर पूरे परिवार को पीटा। ग्रामीणों ने बीच-बचाव किया। शिकायत पर पुलिस ने घायलों को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज जांच शुरू कर दी है।
बलीपुर नारा निवासी विनोद कुमार बाजार में गुड़ बेचने का काम करते हैं। गुरुवार की दोपहर बाजार में गुड़ बेच रहे थे। उनका कहना है कि पड़ोसी संतोष पुत्र देशराज भी गुड़ बेच रहे थे। इसी दौरान ग्राहक बुलाने को लेकर दोनों में विवाद हो गया। बजार से रात को घर पहुंचे संतोष ने अपने पुत्र अजय, कल्लू व अन्य लोगों के साथ लाठी-डंडे से लैस होकर विनोद के घर में धावा बोल दिया। सभी ने गाली-गलौज करते हुए विनोद को पीटना शुरू कर दिया। बीच-बचाव करने आई पत्नी माया देवी, पिता गुलाब व मां निर्मला को भी सभी ने जमकर पीटा।