पति के शहीद होने पर बेटे को बनाया फौजी
संसू उदहिन देश की सुरक्षा के लिए शहीद होने बाद भी आजादी के दिवानों का जज्बा कम नहीं हुआ। सिराथू तहसील क्षेत्र के तेरहरा गांव निवासी सूरज प्रसाद मिश्र कारगिल के युद्ध में शहीद हो गए थे। इससे उनके परिवार को लोगों तकलीफ हुई थी लेकिन परिवार के सदस्यों का आजादी को लेकर जब्बा कम नहीं हुआ। शहीद की बीवी ने अपने इकलौते बेटे को प्रेरणा देकर देश की सेवा के लिए आर्मी में भर्ती करा दिया। सेना के हमले के बाद आतंकियों के ढेर होने से शहीद के परिवार के सदस्य काफी खुश है। बुधवार को एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की।
संसू, उदहिन : देश की सुरक्षा के लिए शहीद होने बाद भी आजादी के दिवानों का जज्बा कम नहीं हुआ। सिराथू तहसील क्षेत्र के तेरहरा गांव निवासी सूरज प्रसाद मिश्र कारगिल के युद्ध में शहीद हो गए थे। इससे उनके परिवार को लोगों तकलीफ हुई थी, लेकिन परिवार के सदस्यों का आजादी को लेकर जब्बा कम नहीं हुआ। शहीद की बीवी ने अपने इकलौते बेटे को प्रेरणा देकर देश की सेवा के लिए आर्मी में भर्ती करा दिया। सेना के हमले के बाद आतंकियों के ढेर होने से शहीद के परिवार के सदस्य काफी खुश है। बुधवार को एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की।
सिराथू क्षेत्र के तेरहरा गांव निवासी सूरज प्रसाद मिश्र पुत्र गोकुल प्रसाद ने देश की सुरक्षा के लिए आर्मी में नौकरी की थी। कारगिल के युद्ध में 2001 में शहीद हो गए थे। बेटे के शहीद के बाद भी परिवार के सदस्यों का देश की सुरक्षा को लेकर हौसला कम नहीं हुआ। पति को खोने के बाद जावित्री देवी का उसका परिवार कुछ दिनों के लिए परेशान तो जरूर हुआ। शहीद की पत्नी जावित्री की माने तो सास-ससुर की सेवा के साथ अपने एकलौते बेटे रवि मिश्र को देश की सेवा के लिए प्रेरणा दी। मां की प्रेरणा पर वह देश की सेवा के योग्य बनाया। आज आर्मी में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। जावित्री देवी ने कहा कि पाकिस्तान सालों से नापाक हरकतें कर रहा है। 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले का एयर सेवा से सही जवाब दिया है। इससे उनका परिवार व गांव के लोग काफी खुश हैं, बेटे से फोन पर बात कर उसका हौसला भी बढ़ा रही है।