किसी के चेहरे खिले तो कोई हुआ मायूस
कौशांबी : संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जो आम बजट पेश किया है।
कौशांबी : संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जो आम बजट पेश किया है। उसे लेकर किसी के चेहरे खिले तो कोई मायूस नजर आया। सुबह से शाम तक टेलीविजन की निगाह टिकी रहीं। संसद में बजट के तौर पर पेश की गई किसान स्वास्थ्य क्रेडिट योजना को बढ़ावा देना और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2022 तक हर गरीब को मिलेगी छत का उद्देश्य गरीबों व किसानों के हितकारी साबित हो रहा है।
उज्ज्वला योजना के तहत हर घर में एलपीजी गैस की मुफ्त सुविधा का प्लान भी उन गृहिणियों के लिए हितकारी साबित हो रहा है, जो आज भी चूल्हे पर रोटी पका रही हैं। ढिबरी की रोशनी में पढ़ाई कर रहे गरीबों के बच्चे बल्ब की रोशनी में शिक्षा ग्रहण करें, इसके लिए उन्हें मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने वाली सौभाग्य योजना भी पेश हुए बजट में बेहतर है। इतना ही नहीं, पेट्रोल व डीजल के मोर्चे पर सरकार ने बजट में बहुत ज्यादा राहत नहीं दी। इस बार के बजट में एक तरफ सरकार ने जहां पेट्रोल व डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी दो रुपये और अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी को छह रुपये घटा दी। वहीं दूसरी आठ रुपये प्रति लीटर का रोड सेस लागू कर दिया। सरकार के इस फैसले से पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होने की संभावना है। इसके अलावा टेलीविजन पार्ट्स, मोबाइल फोन के पार्ट्स व फुटवियर आदि पर बढ़ी कस्टम ड्यूटी कहीं न कहीं से आम जन को प्रभावित करेगी। ऐसा मानते हुए जनपद के विभिन्न तबकों ने पेश हुए आम बजट पर अपनी-अपनी राय पेश की है।