सात प्राथमिक स्कूलों में चलेंगी स्मार्ट क्लास
शैलेंद्र द्विवेदी कौशांबी यमुना तराई क्षेत्र गांवों में रहने वाले बच्चों बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रशासन ने जनपद के सात प्राथमिक स्कूलों को हाईटेक करने का फैसला लिया है। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलेंगी। जहां प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई होगी। कक्षा में कंप्यूटर के साथ स्पीकर भी बजेगा। स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाने के लिए स्टीमेट मांगा गया। आने वाले खर्च को खनन विभाग उठाएगा।
शैलेंद्र द्विवेदी, कौशांबी : यमुना तराई क्षेत्र गांवों में रहने वाले बच्चों बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रशासन ने जनपद के सात प्राथमिक स्कूलों को हाईटेक करने का फैसला लिया है। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलेंगी। जहां प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई होगी। कक्षा में कंप्यूटर के साथ स्पीकर भी बजेगा। स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाने के लिए स्टीमेट मांगा गया। आने वाले खर्च को खनन विभाग उठाएगा।
गरीबों का भविष्य बदले के लिए सरकार प्रयासरत है। तराई क्षेत्र के गांवों में रहने वाले बच्चों को आधुनिक तरीके से बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिया गया है जिसके मुताबिक कवायद भी शुरू कर दी गई है। जिला शिक्षा समिति के बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर प्रभारी अधिकारी खनिज ने बेसिक शिक्षाधिकारी से संबंधित स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने के लिए स्टीमेट मांगा है। स्टीमेट के आधार पर शिक्षा विभाग को खनन विभाग की ओर धन दिया जाएगा। इसके बाद सात स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध होगी और बच्चे आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की होगी सुविधा
यमुना तराई क्षेत्र के जिन सात प्राथमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाने का फैसला लिया गया है। उसमें प्राथमिक स्कूल जमुनापुर, प्राथमिक विद्यालय शाहपुर, प्राथमिक विद्यालय कटैया, प्राथमिक विद्यालय वेनपुरखास, प्राथमिक विद्यालय चक पिन्हा, प्राथमिक स्कूल मोहम्मदाबाद व प्राथमिक स्कूल दिया उपरहार शामिल हैं। यमुना तराई क्षेत्र के जिन सात प्राथमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाने का फैसला लिया गया है। खनन विभाग की ओर से स्टीमेट मांगा गया है। स्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही खनन विभाग को भेजकर धन की मांग की जाएगी। इसके बाद स्मार्ट क्लास चलेगी।
अरविद पटेल, प्रभारी बीएसए।