Move to Jagran APP

चरवा पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी

कौशांबी तहसील परिसर में मंगलवार को चायल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने चरवा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:59 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 06:07 AM (IST)
चरवा पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
चरवा पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी

चायल, कौशांबी : तहसील परिसर में मंगलवार को चायल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने चरवा पुलिस के खिलाफ दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने मांग किया कि जब तक चरवा इंस्पेक्टर और वरिष्ठ उपनिरीक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक उनका क्रमिक अनशन अनवरत जारी रहेगा। अधिवक्ताओं का कहना है कि बीते 29 सितंबर 2019 को चरवा पुलिस ने वरिष्ठ अधिवक्ता धनंजय कुमार मिश्र को मुवक्किल से बातचीत के दौरान उन्हें जबरन पकड़कर थाने ले गई और उन्हें जमीन पर बैठाकर उनकी फोटो वायरल कर दी। पुलिस के इस कृत्य से अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है। उन्होंने इस दौरान पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ताओं के नारेबाजी से नाराज होकर उपजिलाधिकारी ने पुरामुफ्ती, पिपरी और सरांय अकिल पुलिस को बुला लिया। तीन थानों की पुलिस आने के बाद उपजिलाधिकारी सुल्तान अशरफ सिद्दीकी ने अधिवक्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपना क्रमिक अनशन प्रशासनिक परिषद को छोड़कर अन्य स्थान पर करें। धरने में अध्यक्ष मानसिंह, महामंत्री सगीर अहमद, धर्मराज ओझा, उमाकांत मिश्रा, धनंजय मिश्र, राकेश कुमार पाल, सुख लाल यादव, रिजवान अहमद, जगजीत सिंह, योगेश त्रिपाठी, शरद यादव, कमल नारायण मिश्र, राजेंद्र कुमार सेन, राजकुमार शर्मा, अमर सिंह, अमरनाथ, बीवी सिंह, बांकेलाल पाल, राधे मोहन सिंह और रियाज अहमद आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.