सीज अस्पताल में फिर शुरू, दर्ज होगा मुकदमा
जासं कौशांबी जिला अस्पताल के समीप अवैध तरीके से एक निजी अस्पताल कर संचालन किया जा रहा था। चिकित्सक की लापरवाही के चलते पांच दिन पूर्व जच्चा व बच्चा की मौत हो गई थी। शिकायत पर झोलाछाप के अस्पताल को नोडल अधिकारी ने सीज कर दिया था। उस वहां पुन इलाज शुरू कर दिया गया है।
जासं, कौशांबी : जिला अस्पताल के समीप अवैध तरीके से एक निजी अस्पताल कर संचालन किया जा रहा था। चिकित्सक की लापरवाही के चलते पांच दिन पूर्व जच्चा व बच्चा की मौत हो गई थी। शिकायत पर झोलाछाप के अस्पताल को नोडल अधिकारी ने सीज कर दिया था। उस वहां पुन: इलाज शुरू कर दिया गया है।
जिला अस्पताल के पास न्यू शांति अस्पताल का अवैध तरीके से संचालन किया जा रहा था। मई को नगर पंचायत करारी गढ़ही पर मोहल्ला निवासी इश्तिखार की 40 वर्षीय पत्नी फरजाना को प्रसव के लिए भर्ती कराया था। प्रसव के दौरान जच्चा व बच्चे की मौत हो गई। परिजन चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। पर पहुंचे झोला छाप के नोडल अधिकारी डॉ. एचपी मणि ने मौके पर पहुंच कर जांच की। जांच के दौरान अस्पताल संचालन का कोई अभिलेख नहीं दिखा सके। इस पर उन्होंने अस्पताल को सीज कर दिया है। स्थानीय लोगों की मानें तो दो दिनों से अस्पताल में फिर से इलाज शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में सीएमओ डॉ. पीएन चतुर्वेदी का कहना है कि सीज अस्पताल में इलाज किया जा रहा है तो संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। झोलाछापों की भरमार
सिराथू, कौशांबी : चायल क्षेत्र में इन दिनों झोलाछापों की भरमार सी आ गई है। इसकी जानकारी किसी विभागीय अधिकारी को नहीं है। ऐसे लोगों की न तो कोई सूची है और न ही इन पर कभी कोई कार्रवाई की जाती है। इनकी करतूतों के चलते कई लोगों की जान तक चली गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।