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भरवारी में सौ करोड़ से बिछेगी सीवर लाइन

नगर पालिका परिषद भरवारी में बारिश के दौरान होने वाले जलजमाव की समस्या से बेहतर प्लानिग कर निजात पाई जा चुकी है। अब यहां पर सीवर बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। अमृत योजना के तहत नगर पालिका परिषद प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार कर शासन से 100 करोड़ रुपये की मांग की है। धन मिलने के बाद सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 11:56 PM (IST)Updated: Sun, 06 Sep 2020 06:11 AM (IST)
भरवारी में सौ करोड़ से बिछेगी सीवर लाइन
भरवारी में सौ करोड़ से बिछेगी सीवर लाइन

भरवारी : नगर पालिका परिषद भरवारी में बारिश के दौरान होने वाले जलजमाव की समस्या से बेहतर प्लानिग कर निजात पाई जा चुकी है। अब यहां पर सीवर बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। अमृत योजना के तहत नगर पालिका परिषद प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार कर शासन से 100 करोड़ रुपये की मांग की है। धन मिलने के बाद सीवर लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।

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भरवारी कस्बा जिले के पुराने बाजारों में से है। यहां घनी आबादी है। जिले का व्यवसायिक कस्बा होने के कारण लोग हर प्रकार की सुविधा चाहते थे। इसके लिए नगर के विकास के लिए की कदम उठाए गए। बेहतर प्लानिग से बारिश में होने वाली जलभराव की समस्या से लोगों को निजात मिल गई है। अधिशासी अधिकारी गिरीश चंद्र ने बताया कि अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन से 100 करोड़ रुपये की मांग की गई है। धन मिलने के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा। कहा कि जल निकासी की बेहतर सुविधा से लोगों को राहत है। धवरहा तालाब चारों ओर से आबादी से घिरा है। इन दिनों यह तालाब सिकुड़कर आठ बीघे का रह गया है। वर्षा जल संचयन के लिए सरकारी व निजी स्थानों पर नगर पालिका की ओर से सोखपिट बनाया जा रहा है। स्कूलों व मुख्य बाजार में लगे हैंडपंप समेत आठ स्थानों पर सोखपिट बन भी चुके हैं। अब बारिश के पानी का संरक्षण भी हो रहा है। साथ ही कस्बे में जल जमाव की समस्या नहीं हो रही है।

जल निकासी के लिए बेहतर काम कराया गया है। इसकी वजह से कस्बे में जलभराव की समस्या अब नहीं होती। तैनात अधिकारी व कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।

- शिवम श्रीवास्तव

नगर पालिका भरवारी में पहले जलभराव व अन्य प्रकार की समस्या होती थी। अब यहां जल निकासी के लिए उचित व्यवस्था हो गई है। इसे लोगों को अब बारिश के दिनों भी आराम रहता है।

- सुमित केसरवानी

एक समय ऐसा था कि बारिश के समय में घर तक वाहन नहीं आता था। कस्बे के कई मुहल्ले में कीचड़ रहता था, लेकिन अब व्यवस्था बदल गई है। बारिश का पानी आराम से निकल जाता है।

- पंकज केसरवानी

भरवारी कस्बे जैसी जल निकासी की प्लानिग हर कस्बे व गांवों में तैयार होनी चाहिए। इससे बारिश के पानी का संरक्षण होगा। साथ ही जल भराव की समस्या से निजात मिलेगी।

- शिवबाबू


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