सचिव ने फर्जी रिपोर्ट लगा खारिज कराया पीएम आवास
संसू, कौशांबी : ग्राम पंचायत सचिव की गलत रिपोर्ट से गरीब परिवार के लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हो गए। पीड़ित ने डीएम को शपथ पत्र देकर कार्यवाही गलत बताया। साथ ही उसने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की मांग की है।
संसू, कौशांबी : ग्राम पंचायत सचिव की गलत रिपोर्ट से गरीब परिवार के लोग प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हो गए। पीड़ित ने डीएम को शपथ पत्र देकर कार्रवाई को गलत बताते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की मांग की है।
चायल तहसील के उदाथू गांव निवासी मनकरन पुत्र लल्लू के नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत था। पात्रता सूची में तीसरे नंबर पर शामिल नाम सचिव की गलत रिपोर्ट से खारिज हो गया। पीड़ित ने डीएम को पत्र देकर बताया कि उसे आवास योजना का लाभ देने के लिए सचिव ने गांव में सर्वे किया। सचिव अमरनाथ ने रिपोर्ट लगा दी कि उसके पास कोई भूमि नहीं है। आवास तालाबी नंबर पर बनेगा। इसके बाद उसके नाम स्वीकृत आवास निरस्त हो गया। पीड़ित ने लेखपाल सहित अन्य अधिकारियों की रिपोर्ट लगाते हुए खुद के पास तालाबी नंबर की भूमि न होने की बात कहते हुए दूसरी भूमि होने का साक्ष्य दिया है। वहीं ग्राम पंचायत सचिव अमरनाथ ने कहा कि उनके पास गांव के लोगों की भूमि का कोई रिकार्ड तो है ही नहीं। प्रधान ने जो जानकारी दी उसी के आधार पर रिपोर्ट बनी है। यदि मनकरन के पास दूसरी भूमि है तो उसी के नाम स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा। शिकायत से खुल गई सचिव की पोल
ग्रामीण क्षेत्र के लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि जांच के लिए गांव आने वाले अधिकारी प्रधान व अन्य किसी प्रभावशाली व्यक्ति के घर पर ही बैठकर सारी रिपोर्ट तैयार करते हैं। उदाथू गांव के मनकरन को आवास योजना का लाभ न मिलने के बाद उपजे विवाद ने इस बात की पुष्टि कर दी की अधिकारी व कर्मचारी मनमाने तरीके से पात्र के पास न जाकर दूसरे से पूछकर रिपोर्ट लगाते हैं। सचिव ने भी इस बात को स्वीकार किया कि उसने प्रधान से बात की थी। जैसा प्रधान ने कहा उसी के अनुसार रिपोर्ट लगी है। अब वह इस पर सुधार करेंगे।