स्कूलों ने नहीं दी बच्चों की सूची, कैसे हो टीकाकरण
जासं, कौशांबी : घातक बीमारी से बचाने के लिए मीजल्स रूबेला का टीकाकरण करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाना है। टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए सीएमओ ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों से ब'चों की सूची मांगी थी लेकिन कई विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों से अब तक ब'चों की सूची उपलब्ध नहीं कराई है। इससे स्वास्थ्य विभाग माइक्रो प्लान नहीं तैयार कर पा रहा है।
जासं, कौशांबी : बच्चों को घातक बीमारी से बचाने के लिए मीजल्स रूबेला का टीकाकरण करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाना है। टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए सीएमओ ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों से बच्चों की सूची मांगी थी लेकिन कई विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों से अब तक बच्चों की सूची उपलब्ध नहीं कराई है। इससे स्वास्थ्य विभाग माइक्रो प्लान नहीं तैयार कर पा रहा है।
बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए 26 नवंबर से मीजल्स रूबेला का टीकाकरण अभियान चलाया जाना है। इस अभियान में नौ माह से 15 साल तक के किशोरों का टीकाकरण किया जाएगा। पहले स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में टीमें पहुंचकर वहां पर पंजीकृत छात्र व छात्राओं का टीकाकरण करेंगी। अभियान की सफलता के लिए एक पखवारे भर पूर्व कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिया था कि सभी खंड शिक्षाधिकारी व आइसीडीएस विभाग की सुपरवाइजर पंजीकृत बच्चों की सूची 25 अक्टूबर तक सूची उपलब्ध करा दें। डीएम के निर्देश के बाद भी विकास खंड सरसवां, विकास खंड सिराथू, विकास खंड चायल, विकास खंड मूरतगंज क्षेत्र के प्राइवेट स्कूलों व आंगनबाड़ी के पंजीकृत बच्चों की सूची की चिकित्सा प्रभारियों को नहीं दी गई। इसकी रिपोर्ट चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों ने सीएमओ व खंड शिक्षाधिकारियों को दी है। 26 नवंबर से चलेगा अभियान
सीएमओ डॉ. पीएन चतुर्वेदी ने बताया कि 26 नवंबर से टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। चार सप्ताह तक स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद दो सप्ताह तक गांवों में भ्रमण कर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।