सेलरहा का अस्पताल बीमार, संजीवनी की जरूरत
सीएचसी सिराथू क्षेत्र में आने वाले सेलरहा पश्चिम नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत दयनीय है। करीब दस हजार की आबादी वाले क्षेत्र को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए अस्तपाल खोला गया है लेकिन अधिकारियों की उपेक्षा से अस्पताल खुद बीमार है।
संवाद सूत्र, सिराथू : सीएचसी सिराथू क्षेत्र में आने वाले सेलरहा पश्चिम नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत दयनीय है। करीब दस हजार की आबादी वाले क्षेत्र को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए अस्तपाल खोला गया है, लेकिन अधिकारियों की उपेक्षा से अस्पताल खुद बीमार है। यहां तैनात रहे चिकित्सक व फार्मासिस्ट को अधिकरियों ने कोरोना के नाम पर दूसरे स्थान पर अटैच कर दिया। अब अस्पताल वार्ड ब्वॉय के सहारे संचालित है। वही दवा देकर मरीजों का उपचार कर रहा है।
अस्पताल परिसर के अंदर घुसते ही लगता है कि हम किसी जंगल में आ गए हैं। चारों और बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी हैं। भवन की हालत ऐसी है कि जैसे दशकों से रंग रोगन न हुआ हो। जबकि इसके लिए करीब दो लाख का बजट भी पूर्व में जारी किया जा चुका है। यहां तैनात चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र पटेल को सीएचसी सिराथू में अटैच कर दिया गया है। 20 दिन पहले फार्मासिस्ट को कोरोना ड्यूटी के नाम पर यहां से हटा दिया गया। इनको अब तक दोबारा अस्पताल नहीं भेजा गया। इतना ही नहीं, लैब टेक्नीशियन व अन्य कर्मचारियों को भी कोरोना ड्यूटी के नाम पर दूसरे स्थानों पर तैनात करते हुए अस्पताल में केवल एक वार्ड ब्वॉय को ही छोड़ा गया है। इसी के सहारे अस्पताल का संचालन हो रहा है। अस्पताल परिसर की हालत देखकर लगता है कि यहां तो सालों से सफाई नहीं हुई। चारों ओर उगी झाड़ियों के बीच अस्पताल गंदगी से पटा है। दवाएं फर्श पर बिखरी हैं। भूले बिसरे यदि कोई दवा लेने यहां आया भी तो उसका नाम रजिस्टर में दर्ज कर वार्ड ब्वॉय उनको वापस कर देता है।
नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलरहा पश्चिम में नियुक्त डॉक्टर व फार्मासिस्ट की ड्यूटी कोविड-19 में लगाई गई है। अस्पताल में स्टाफ की कमी की जानकारी सीएमओ को पत्र भेजकर दी गई है। जल्द ही वहां कर्मचारी तैनात होंगे।
- डॉ. हेमंत विशेन, सीएचसी अधीक्षक सिराथू।