इसी माह 164 केंद्रों पर होगा सास-बहू सम्मेलन
जासं, कौशांबी : सास- बहुओं के बीच सामंजस्य बनाने व एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वस्थ्य मिशन) की जानकारी देने के जिले के स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सास-बहू सम्मेलन कराना है। चार महीने पहले शासन ने 25 लाख रुपये दिए लेकिन सम्मेलन नहीं कराया गया। दैनिक जागरण ने 2
जासं, कौशांबी : सास- बहुओं के बीच सामंजस्य बनाने व एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वस्थ्य मिशन) की जानकारी देने के जिले के स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सास-बहू सम्मेलन कराना है। चार महीने पहले शासन ने 25 लाख रुपये दिए लेकिन सम्मेलन नहीं कराया गया। दैनिक जागरण ने 28 अक्टूबर रविवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया तो अधिकारी सक्रिय हुए। सीएमओ ने नवंबर में ही सीएचसी-पीएचसी प्रभारी और एएनएम को सास बहू सम्मेलन कराने का निर्देश दिया है।
मिशन के तहत गर्भवती व बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है जिनकी जानकारी देने व टीकाकरण के लिए जिले में 164 एएनएम केंद्र भी बनाए गए हैं। जहां महिलाओं को टीकाकरण, पल्स पोलियो, गृह आधारित नवजातों की देखभाल, परिवार नियोजन आदि की जानकारी देना है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों व एएनएम की लापरवाही से स्वास्थ्य उपकेंद्रों में सास-बहू सम्मेलन नहीं मनाया है। सीएमओ डॉ. पीएन चतुर्वेदी ने 20 नवंबर से पहले सभी उपकेंद्रों में सास-बहू सम्मेलन कराने का निर्देश दिया है। इसके बाद जिला मुख्यालय में आशा सम्मेलन कराया जाएगा। कहा कि किसी प्रकार की लापरवाही हुई तो संबंधित चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सम्मेलन कराने की कवायद तेज
बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र मंझनपुर में एनएमएच के ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक राहुल पांडेय ने स्वास्थ्य कर्मचारियों संग मंझनपुर के उपकेंद्रों में सम्मेलन के लिए कार्ययोजना तैयार की है। 12 नवंबर से सम्मेलन कराए जाएंगे।
कब और कहां होगा सम्मेलन
12 नवंबर को पिडरा, पवारा, चकसैयदअलीपुर, गुवारा, 14 को बैशकंटी, पाराहसनपुर, दीवर, एदिलपुर, बंधवारजवर, ओसा, बहादुरपुर, टेंवा, 15 को टेनशाहआलमाबाद, मंझनपुर द्वितीय, अंबावा पूरब में सम्मेलन होगा।
योजना की शुरुआत व उद्देश्य
एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वस्थ्य मिशन) भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की एक योजना है जिसके अंतर्गत 2005 में शुरू की गई थी। योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को अतिआवश्यक जानकारी उपलब्ध कराना है।