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प्रदूषण मुक्त दीपावली का संकल्प

दीपावली के आसपास पराली जलाने के मामले भी होते हैं जिससे प्रदूषण होता ही है। साथ ही दीपावली के दिन जलने वाले पटाखे इसे और बढ़ा देते हैं। इस दिन हर साल प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ जाता है कि सांस लेने में परेशानी होने के साथ-साथ आंखों में जलन की समस्या बढ़ जाता है। इस बार प्रदूषण को कम करने के लिए शिक्षक बच्चों को जागरूक कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 11:52 PM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 11:52 PM (IST)
प्रदूषण मुक्त दीपावली का संकल्प
प्रदूषण मुक्त दीपावली का संकल्प

टेढ़ीमोढ़ : दीपावली के आसपास पराली जलाने के मामले भी होते हैं, जिससे प्रदूषण होता ही है। साथ ही दीपावली के दिन जलने वाले पटाखे इसे और बढ़ा देते हैं। इस दिन हर साल प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ जाता है कि सांस लेने में परेशानी होने के साथ-साथ आंखों में जलन की समस्या बढ़ जाता है। इस बार प्रदूषण को कम करने के लिए शिक्षक बच्चों को जागरूक कर रहे हैं।

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दीपावली पर लोग लाखों रुपये के पटाखे फूंक देते हैं। जिससे आर्थिक हानि के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषित होता है, जो हमारे जीवन मे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है। प्राथमिक विद्यालय रामपुर धमावां के सहायक अध्यापक दीप नारायाण मिश्रा का कहना है कि दीपावली दीपों का त्योहार होता है, इसमें पटाखों के इस्तेमाल का कोई औचित्य ही नहीं है। ऐसे में हमें दीपावली को प्रदूषणमुक्त बनाने का संकल्प लेना चाहिए। पटाखों के जरिए व्यापक तौर पर पर्यावरण प्रदूषित होता है और इसका मानव स्वास्थ्य पर बेहद हानिकारक प्रभाव पड़ता है। बच्चों को पटाखे छुड़ाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए हरित दीपावली मनाने हेतु प्रेरित करना चाहिए। ऐसे में जिम्मेदारी का परिचय देते हुए जनपद के लोगों ने पर्यावरण का ध्यान रखते हुए प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने का संकल्प लेना चाहिए इसके लिए वह लोगों को जागरूक कर रहे है।

शिक्षकों के बोल..

दीपावली के अवसर पर आतिशबाजी का कोई औचित्य नहीं है, यह एक परपंरागत रूढि़वादी आयोजन है। पिछले कई वर्षों से पर्यावरण बचाव व अनावश्यक आर्थिक नुकसान से बचने हेतु प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाते आ रहे हैं। इस वर्ष भी इसी तरह दीपावली का आयोजन होगा।

-पवन जायसवाल दीपावली दीपों का त्योहार है जिसे हमें मिट्टी के दीपों को जलाकर प्रकाश करना चाहिए। पर्यावरण हमारा शुद्ध रहे इसके लिए दिखावटी आतिशबाजी से बचना होगा। बच्चों को इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक कर उन्हें पर्यवारण प्रेमी बनाने का संकल्प दिलाना है। सबको पहल करनी होगी।

-शालिनी कुशवाहा दीपावली के इस महापर्व पर प्रदूषण रहित मनाने का संकल्प लिया है। घर पर रहकर बच्चों व परिवार के मिट्टी के दीये जलाकर प्रकाश पर्व दीपावली मनाएंगे साथ मे लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की पूजा कर धन, यश की कामना कर प्रदूषण रहित दीपावली मनाने का संदेश समाज को देंगे।

-श्रेया द्विवेदी दीपावली का त्योहार समाज में प्यार बांटने का पर्व है। हमें आतिशबाजी से दूर रहते हुए एक दूसरे को सुख, समृद्धि की कामना का संदेश भेजकर सरसो के तेल का दीया जलाकर प्रदूषण रहित दीपावली मनाने का संकल्प लेना है। जिससे हमारा पर्यवारण शुद्ध बना रहे और हम बीमारियों से दूर रहे।

-अंकित श्रीवास्तव


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