नाभि पर वाण लगते ही रावण के निकले प्राण
संसू, भरवारी : पुरानी बाजार भरवारी के हनुमान मंदिर के पास से सजधज कर रामदल निकला। रामदल के आगे टिमटि
संसू, भरवारी : पुरानी बाजार भरवारी के हनुमान मंदिर के पास से सजधज कर रामदल निकला। रामदल के आगे टिमटिमाती रंगबिरंगी रोशनी के बीच बाजे-गाजे के साथ बजरंगबली की चौकी चल रही थी। कस्बे के लोगों ने चौकी रोककर पूजा अर्चना की।
रावण मैदान में राम व रावण के बीच युद्ध हुआ। नाभि पर वाण लगते ही रावण के प्राण पखेरू उड़ गए। आतिशबाजी के बीच राम- लक्ष्मण की जय जयकार होने लगी। इस दौरान चायल विधायक संजय कुमार गुप्ता, डीएम मनीष कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता, मेला अध्यक्ष सुभाष कुमार गुप्ता, मनोज कुमार गुप्ता, सुरेश चंद्र अग्रहरि, शंकर लाल केसरवानी, वीरेंद्र कुमार, प्रवेश कुमार केसरवानी, प्यारे लाल वर्मा, करुणेश कुमार, राम सजीवन केसरवानी, राधाकृष्ण, डॉ. धीरेन्द्र कुमार, , जगदीश शिवहरे, राजेश केसरवानी आदि शामिल रहे। साधु वेश में रावण ने किया सीता का हरण
जासं, करारी : नगर पंचायत करारी में चल रही रामलीला महोत्सव में गुरुवार की रात सीता हरण, शबरी मिलन, राम-सुग्रीव मित्रता, बालि वध की लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। दर्शकों ने रामलीला मंचन का आनंद लेते रहे। सूर्पणखा ने खर-दूषण व त्रिसिरा के वध का समाचार लेकर लंका रावण के दरबार में पहुंचती है। बहन के अपमान व खर-दूषण के वध से रावण तिलमिला उठता है। वह अपने मामा मारीच के पास जाता है। मामा मारीच को स्वर्ण मृग बनाकर पंचवटी के पास भेजता है। सीता स्वर्ण मृग देख कर मोहित हो जाती है। सीता राम से स्वर्ण मृग पकड़ने का आग्रह करती राम स्वर्ण मृग को पकड़ने के लिए जाते है। जंगल बाण लगते ही मारीच असली रूप आकर हा लक्ष्मण की आवाज लगाता है। सीता भयभीत होकर लक्ष्मण की श्री राम की सहायता के लिए भेज देती है। पंचवटी में अकेली सीता को रावण अपहरण कर ले जाता है। लीला जटायु उद्धार के साथ शबरी मिलन की ओर बढ़ती है। राम द्वारा शबरी के झूठे बेर खाने के प्रसंग पर दर्शक भाव विभोर हो उठे। इस मौके डॉ. मोतीलाल चौरसिया, सुनील जायसवाल, बच्चा ¨सह कुशवाहा, कल्लूराम चौरसिया विजय वर्मा, हरीश गुप्ता आदि मौजूद रहे।