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जेल में खुशियों के रंग बिखेर रहा कैदी

विकास मालवीय, कौशांबी : जिला जेल में बंद एक सजायाफ्ता कैदी इन दिनों जेल की दीवारों में खुशियों के र

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 09:04 AM (IST)Updated: Thu, 17 May 2018 09:04 AM (IST)
जेल में खुशियों के रंग बिखेर रहा कैदी
जेल में खुशियों के रंग बिखेर रहा कैदी

विकास मालवीय, कौशांबी : जिला जेल में बंद एक सजायाफ्ता कैदी इन दिनों जेल की दीवारों में खुशियों के रंग बिखेर रहा है। अपनी मनमोहक चित्रकारी से वह साथी बंदियों को जेल से बाहर जाकर समाज में शांति व सौहार्द का संदेश दे रहा है। इसके लिए वह बंदियों और कैदियों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। बंदी की मंशा सजा पूरी करने के बाद समाजसेवा करने की है।

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अशिक्षा व गरीबी के चलते अपराध की दुनिया में दस्तक दे रहे अपराधियों को जेल में सुधारने के लिए जेल प्रशासन बुराइयों से निपटने का रास्ता सिखा रहा है। करीब चार माह से सुधार की दिशा में चले जेल प्रशासन ने योग की पाठशाला से लेकर शिक्षित करने तक का काम किया है। इसी कड़ी में इन दिनों जेल की दीवारों पर फूल व भगवान की चित्रकारी की जा रही है। वर्ष 2013 से दस साल की सजा भुगत रहा बृजेश कुमार पुत्र छोटे लाल निवासी अफजलपुर सातो सैनी कौशांबी अपनी चित्रकारी से बंदियों को खुद की ओर आकर्षित कर रहा है। जेल के मुख्य द्वार से लेकर बैरकों में फूलों व भगवान की आकृति बना रहा है। साथ ही कैदी बृजेश ने जेल में सुशीला निवासी रसूलपुर बदले कोखराज, सावित्री देवी निवासी अफजलपुरवारी, मीना देवी कादिराबाद मंझनपुर, सुनती देवी निवासी नूरपुर परास सैनी, श्रीमती देवी निवासी रक्सराई सरायअकिल सहित दर्जन भर से अधिक बंदियों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। संदेश यही है कि चित्रकारी एक ऐसी कला है, जिसे देखने मात्र से समाज की तमाम बुराइयों व अच्छाइयों को महसूस किया जा सकता है। चित्रकारी में तमाम ऐसी कलाएं हैं जिनकी आकृति बनाकर कई तरह का संदेश दे सकते हैं।

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बंदी रक्षक व अफसर भी ले रहे प्रशिक्षण

डिप्टी जेलर ज्ञानलता पाल का कहना है कि बृजेश की चित्रकारी काफी अच्छी है। सजा मिलने के पहले वह जेल से बाहर पें¨टग का ही काम करता था। वह खुद भी चित्रकारी सीख रही हैं और बंदी रक्षकों व बंदियों को भी प्रशिक्षण लेने के लिए अग्रसर कर रही हैं।

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'कैदी बृजेश इन दिनों जेल की दीवार पर चित्रकारी कर रहा है। उसके इस कार्य को देखकर अन्य बंदी व जेल कर्मी भी चित्रकारी का प्रशिक्षण ले रहे हैं।'

- बीएस मुकुंद, प्रभारी अधीक्षक, जिला जेल।


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