कौशांबी की बालिकाओं के दम पर प्रयागराज को प्रदेश में तीसरा स्थान
प्रदेश स्तरीय 65 वीं विद्यालयीय हैंडबॉल प्रतियोगिता का आयोजन झांसी में किया गया। इस प्रतियोगिता कौशांबी की बालिकाओं की टीम के प्रदर्शन के चलते प्रयागराज मंडल को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला। पहले स्थान पर कानपुर दूसरे पर अयोध्या की टीम रही। कहा जाता है कि प्रयागराज को प्रदेश स्तर पर 13 साल बाद कोई स्थान मिला है। खिलाड़ियों की इस सफलता पर बीएसए समेत अन्य अधिकारियों ने टीम को बधाई दी है।
जासं, कौशांबी : प्रदेश स्तरीय 65 वीं विद्यालयीय हैंडबॉल प्रतियोगिता का आयोजन झांसी में किया गया। इस प्रतियोगिता कौशांबी की बालिकाओं की टीम के प्रदर्शन के चलते प्रयागराज मंडल को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला। पहले स्थान पर कानपुर, दूसरे पर अयोध्या की टीम रही। कहा जाता है कि प्रयागराज को प्रदेश स्तर पर 13 साल बाद कोई स्थान मिला है। खिलाड़ियों की इस सफलता पर बीएसए समेत अन्य अधिकारियों ने टीम को बधाई दी है।
माध्यमिक स्कूलों की प्रदेश स्तरीय हैंडबॉल प्रतियोगिता का आयोजन झांसी में किया गया। 10-13 अक्टूबर तक हुई इस प्रतियोगिता में पहली बार परिषदीय स्कूल के छात्राओं को खेलने का अवसर मिला। मंडल की टीम कौशांबी के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाली छात्रा रोशनी, सुमन, विनीता व गुड़ियों भी शामिल थीं। प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में कौशांबी के चारों खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। सोमवार को खिलाड़ी लौटे। बीएसए अरविद कुमार व खंड शिक्षा अधिकारी डॉ. अविनाश सिंह ने छात्राओं को मिली इस सफलता को लेकर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह लगातार प्रयास का फल है कि आज पूरे मंडल की टीम प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। इस टीम को मजबूत बनाने में कौशांबी के खिलाड़ी महत्वपूर्ण हैं। हीरा व देवेश की मेहनत लाई रंग
प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में जिले से जिन खिलाड़ियों का चयन किया गया था। इनको हीरालाल एम कैथल व डॉ. देवेश सिंह यादव ने पवइया स्थित स्कूल में प्रशिक्षण दिया था। लगातार दोनों छह माह से अधिक समय से खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे थे। दोनों की मेहनत का परिणाम है कि टीम के दम पर मंडल को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला। ओपने प्रतियोगिता में चयनित हुआ एक खिलाड़ी
प्रयागराज में सोमवार को स्टेडियम की ओर से एक हैंडबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कौशांबी के आर्यन का चयन किया गया है। पवइया स्कूल के प्रधानाध्यापक हीरालाल एम कैथन ने इन्हें प्रशिक्षित किया है। बताया कि जिले के किसी खिलाड़ी का पहली बार इस प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है।