ठगी का शिकार पुरोहित को खोजे नहीं मिल रहे विवेचनाधिकारी
जासं, कौशांबी : सरायअकिल थाना क्षेत्र के बेनीराम कटरा चौराहा स्थित एटीएम से पुरोहित से हुई ठगी के मामले में पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया लेकिन उसे विवेचनाधिकारी खोजे नहीं मिल रहा है। सरायअकिल व एसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहे पुरोहित को पुलिस कर्मी गुमराह कर रहे हैं। इसे लेकर वह बेहद परेशान है।
जासं, कौशांबी : सरायअकिल थाना क्षेत्र के बेनीराम कटरा चौराहा स्थित एटीएम से पुरोहित से हुई ठगी के मामले में पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया लेकिन उसे विवेचनाधिकारी खोजे नहीं मिल रहा है। सरायअकिल व एसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहे पुरोहित को पुलिस कर्मी गुमराह कर रहे हैं। इसे लेकर वह बेहद परेशान है।
करारी के बथुई गांव निवासी ¨चतामणि त्रिपाठी पुरोहित हैं। चार अगस्त को वह बेनीराम कटरा चौराहा स्थित एटीएम से रुपये निकालने गए थे। इस बीच एटीएम में पहले से खड़े एक साइबर शातिर ने कार्ड बदलकर उनके खाते से 45 हजार रुपये पार कर दिए। इसमें कुछ रुपये मंझनपुर गांव के शरीफपुर निवासी चांदबाबू के खाते में भी ट्रांसफर किए गए। इस बात की जानकारी कुछ दिन बाद ¨चतामणि को तब हुई, जब वह अपने अकाउंट के पासबुक में डिटेल चढ़वाने के लिए बैंक गया। उसने मामले की शिकायत सरायअकिल थाना में की। पुलिस ने चांदबाबू समेत दो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुरोहित ¨चतामणि को जो एफआइआर की नकल मिली है, उसमें दिनेश कुमार यादव को विवेचना अधिकारी बनाया गया था लेकिन उनका स्थानांतरण होने के बाद विवेचना रामजीत को सौंप दी गई। ¨चतामणि का कहना है कि यह कहकर टाल रहे हैं कि विवेचना उनके पास नहीं है, साइबर सेल को सौंपी गई है। जबकि साइबर सेल प्रभारी अखिलेश उपाध्याय का कहना है कि सरायअकिल थाने से अब तक उनके पास ऐसी कोई एफआइआर की विवेचना या रिपोर्ट नहीं भेजी गई है।
पुरोहित ¨चतामणि से ठगी के मुकदमे की विवेचना एसआइ रामजीत कर रहे हैं। विवेचना फिलहाल उन्हीं के पास है। पीड़ित उनसे आकर मिल सकता है और अपने विवेचना की जानकारी भी ले सकता है। आरोपित से साठगांठ का आरोप निराधार है। निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
- हेमंत मिश्र, थानाध्यक्ष सरायअकिल।