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लोगों को रुला रही रात दिन की बिजली कटौती और लो वोल्टेज

विद्युत उपखंड चायल क्षेत्रों अघोषित कटौती और लो वोल्टेज रहने से किसानों समेत हर शख्स परेशान है। रात की नींद हराम है तो दिन का चैन छिन गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 11:39 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 06:05 AM (IST)
लोगों को रुला रही रात दिन की बिजली कटौती और लो वोल्टेज
लोगों को रुला रही रात दिन की बिजली कटौती और लो वोल्टेज

कौशांबी : विद्युत उपखंड चायल क्षेत्रों अघोषित कटौती और लो वोल्टेज रहने से किसानों समेत हर शख्स परेशान है। रात की नींद हराम है तो दिन का चैन छिन गया है। बारिश के बाद तेज धूप और उमस भरी गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती बढ़ती जा रही हैं। सिंचाई नहीं हो पाने से किसानों को धान की रोपाई में बाधा आ रही है तो साथ ही उपभोक्ताओं का रात में सोना मुश्किल हो रहा है।

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विद्युत उपखंड चायल के क्षेत्र के सराय अकिल, पुरखास, तिल्हापुर मोड़, बेनीराम कटरा, उदैयापुर, चरवा, मूरतगंज, मनौरी, गोपसासा, मंदर मोड़ उपकेंद्र में अघोषित कटौती से धान की रोपाई बाधित हो गई है। किसान ओमप्रकाश मौर्या, महबूब आलम, साहबदीन, रोशन दिवाकर और जगदीश प्रसाद ने बताया कि शासन ने ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का निर्देश दिया है, लेकिन उपभोक्ताओं और किसानों को महज 10 से 12 घंटे ही आपूर्ति मिल पाती है। विद्युत उपकेंद्र के खंभों में खींची गई 25 से 30 वर्ष पुराने तार जर्जर हो चुके हैं। ये जर्जर तार नहीं बदले जाने से बारिश के दिनों में फाल्ट का कारण बन रहे हैं। इससे आपूर्ति अक्सर ठप हो जाती है। पूरी पूरी रात बिजली गुल रहती है। मंदर मोड़ उपकेंद्र से लो वोल्टेज आपूर्ति हो रही है। लाइनमैन के सप्लाई शुरू करते ही ट्रिप कर जाती है। लाइन में फाल्ट की बात कहकर बिजली विभाग के कर्मचारी आपूर्ति बंद कर देते है। ऐसे में फीडर से जुड़े दो दर्जन गांव के ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ऑफ रहता है मोबाइल

उपभोक्ताओं के फोन करने पर सीयूजी नंबर बंद मिलता है। कभी कभार फोन उठा भी लिया गया तो फाल्ट के कारण आपूर्ति बाधित होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन ने 18 घंटे निर्बाध आपूर्ति का आदेश दे रखा है, लेकिन रोस्टिग के नाम पर दिन और रात में होने वाली कटौती से बिजली उपभोक्ता आजिज हैं। गर्मी बढ़ने से क्षेत्रों में आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है। इससे भीषण गर्मी में बिजली नहीं मिल रही है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार :

उपकेंद्र से 18 घंटे की बिजली की आपूर्ति की जाती है। उपकेंद्रों में अलग अलग समय में छह घंटे की रोस्टिंग है। लोकल फाल्ट होने पर ही बिजली की कटौती की जाती है।

- राजेश मौर्या

अधिशाषी अभियंता विद्युत उपखंड चायल

रोस्टर से कम मिलती है बिजली

विद्युत उपकेन्द्र मंदर के दो दर्जन से अधिक गांव जुड़े हैं। यहां रोस्टर से भी कम बिजली की आपूर्ति होती है। ग्रामीणों को उमस भरी गर्मी का दंश झेलना पड़ता है। इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र में लगातार लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। जिससे विद्युत उपकरण फुंक रहे हैं। कसेंदा गांव के हाल और खराब है। करीब एक माह से लोगों को लगातार लो वोल्टेज की आपूर्ति हो रही। जिससे उपकरण शोपीस बन गए हैं। शिकायत के बाद भी अधिकारी अब तक समस्या का निस्तारण नहीं कर सके। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली की आपूर्ति हो। इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार निर्देश दे दिया जा रहा है। बिजली की समस्या के निदान के प्रदेश सरकार दावा भी कर रही है, लेकिन कौशांबी जनपद में सरकार के दावे फेल साबित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को लो वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा। कादिलपुर गांव के चालू सिंह, विनोद कुमार, अभिलाष, कसेंदा के रंजीत यादव, विजय प्रकाश, राधेश्याम, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि तलत अजीम आदि ने बताया की मंदर फीडर से कादिलपुर, बेगमपुर, पावन, करनपुर, मीरपुर, तेवारा, मेंडवारा, लोकीपुर, कुंदनपुर, कसेंदा, अकबरपुर, काठगांव, बिलासपुर सहित दो दर्जन से अधिक गांवों को बिजली आपूर्ति की जाती है। लोगों का आरोप है की अक्सर पूरे दिन बिजली गायब रहती है। रात में कटौती होती है। इतना ही नहीं कसेंदा गांव में लग 400 केवी का ट्रांसफार्मर महीने भर से खराब है। गांव के धर्मेंद्र सिंह, रामबाबू, बच्चालाल ने बताया की 100-150 तक ही वोल्टेज रहता है। जिससे विद्युत उपकरण नहीं चल पाने से लोगों को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने अवर अभियंता से की थी उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अवर अभियंता राकेश सिंह का कहना है कि ट्रांसफार्मर रिपेयर कराया गया है। नहीं सुधरा तो नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा।

आबादी के बीच महीनों से टूटा है तार

महगांव में आबादी के बीच करीब एक महीने से बिजली का तार टूटकर गिरा है। कई बार शिकायत के बावजूद अब तक इसको सही नहीं कराया गया। गांव के लोगों ने अधिकारियों पर मनमर्जी से काम करने का आरोप लगाया है।

महगांव निवासी शफीक अहमद, तौसीफ, विनोद, जीतमल, लाडे, बेचू आदि ने बताया कि करीब एक माह पहले अचानक तेज हवा से तार टूटकर गिर गया था। आरोप है कि घटना के बाद इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई, लेकिन अब तक तार को सही नहीं किया गया। इस मामले को लेकर अवर अभियंता आशीष कनौजिया ने बताया कि अभी क्षेत्र में तमाम काम चल रहे हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण लाइनमैन अब तक वहां नहीं पहुंचा। जल्द ही तार सही करा दिया जाएगा।


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