परास फीडर ओवरलोड, महज 12 घंटे मिल रही बिजली
कमालपुर सब स्टेशन से जुड़ा परास फीडर ओवरलोड चल रहा है। लाइन लास के कारण फीडर के ओवरलोड होने से उपभोक्ताओं को समस्या का सामना करना पड़ता है। उनके उपकरण बेहतर तरीके से काम नहीं करते। उनके फुंकने की संभावना बनी रहती है। नलकूप व अन्य कृषि यंत्र चलाने में समस्या होती है। साथ ही रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं मिलती है। ग्रामीणों की माने 10 से 12 घंटे बिजली मिलती है। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।
संसू, देवीगंज : कमालपुर सब स्टेशन से जुड़ा परास फीडर ओवरलोड चल रहा है। लाइन लास के कारण फीडर के ओवरलोड होने से उपभोक्ताओं को समस्या का सामना करना पड़ता है। उनके उपकरण बेहतर तरीके से काम नहीं करते। उनके फुंकने की संभावना बनी रहती है। नलकूप व अन्य कृषि यंत्र चलाने में समस्या होती है। साथ ही रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं मिलती है। ग्रामीणों की माने 10 से 12 घंटे बिजली मिलती है। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।
परास फीडर से कमालपुर सब स्टेशन क्षेत्र के नजु का पुरवा, चकिया, टिकरी, जफरपुर, मीरापुर तकिया, संभुई, दादूपुर, खड़कपुर, उचरावां, पथरावां, मौलवीपुर, परास, नूरपुर, मुगरी, कमालपुर, निदूरा व बक्शीयार गांव को बिजली की आपूर्ति होती है। लाइन लास के कारण गांव को पूरा बोल्टेज नहीं मिल पाता। ऐसे में यहां के लोगों को परेशानी होती है। रात के समय तो स्थित थोड़ी बेहतर होती है, लेकिन दिन में आपूर्ति कम मिले के साथ ही बोल्टेज डाउन होता है। इसके कारण लोगों को परेशानी होती है। ग्रामीणों की माने तो इसके लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। इसके साथ ही जर्जर विद्युत लाइन भी समस्या का कारण बनी है।
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बिजली मिलती है, लेकिन यह कब और कितनी मिलेगी। इसको लेकर कोई भरोसा नहीं है। यदि सब सही रहता तो पूरे दिन मिल सकती है। यदि थोड़ा भी फाल्ट हुआ तो कई कई दिनों तक परेशानी हो सकती है।
- राज कुशवाहा
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गांव के बोल्टेज की समस्या बनी रहती है। इसके लिए विभाग लाइन लास को मुख्य कारण बता रहा है, लेकिन इसको सही करने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
- तुलसी साहू
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लो वोल्टेज के कारण गांव में लगे विद्युत उपकरण जल्द खराब हो जा रहे हैं। पानी व खेतों की सिचाई करने में समस्या होती है। इसकी शिकायत की गई है, लेकिन अब तक समस्या बनी है।
- नीरज साहू
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जर्जर विद्युत तार कब टूट जाए। इसका भरोसा नहीं है। यदि तार टूटी तक इससे बदलने के स्थान पर कर्मचारी जोड़कर चले जाते हैं। जो कुछ दिनों बाद दोबारा टूट जाती है। जोर जुगाड़ से आपूर्ति चल रही है।
- अंकज मौर्या विद्युत उपकेंद्र का परास फीडर पिछले छह माह से ओवरलोड चल रहा है। इससे उपभोक्ताओं को रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं मिला पा रही है। इस समस्या को जल्द दूर किया जाएगा।
प्रभात कुमार, एसडीओ सिराथू