रात में चलते मिट्टी से ओवरलोड डंपर, उखड़ गई सड़क
चायल तहसील के कसेंदा गांव में रात के अंधेरे में जोरों से मिट्टी खनन किया जा रहा है। जिसकी ढुलाई कर रहे डंपर ओवरलोड मिट्टी लादकर भर्राटे भरते हैं। इससे कसेंदा से काठगांव व बलहेपुर मार्ग गडढे में तब्दील हो गया है।
कसेंदा : चायल तहसील के कसेंदा गांव में रात के अंधेरे में जोरों से मिट्टी खनन किया जा रहा है। जिसकी ढुलाई कर रहे डंपर ओवरलोड मिट्टी लादकर भर्राटे भरते हैं। इससे कसेंदा से काठगांव व बलहेपुर मार्ग गडढे में तब्दील हो गया है। इसके चलते उधर से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील प्रशासन से की उसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नवंबर माह यातायात माह के रूप में जाना जाता है। ओवरलोड वाहनों की रोकथाम के लिए प्रशासन की तरफ से विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके बाद भी ओवरलोड वाहनों पर काबू पाने शासन के पसीने छूट रहे हैं। ऐसा ही मामला इन दिनों विकास खंड चायल के कसेंदा गांव में चल रहा है। गांव के रामबाबू, सुग्गी लाल, रामदास ने बताया की गांव के बाहर स्थित न्यू पीएचसी के पास ससुर खदेरी नदी किनारे क्षेत्र से रात के अंधेरे में मिट्टी की खनन जोरों पर हो रही है। जिसमें ढुलाई के लिए लगे डंपर से इलाके के ही ईंट भट्टों पर मिट्टी पहुंचती है। इन ओवरलोड वाहनों का डंस झेल रही कसेंदा काठगांव व बलहेपुर मार्ग पूरी तरह से बदहाल हो गया है। सड़क बदहाल होने से उस पर आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है। सड़क पर हुए गड्ढे में गिरकर लोग घायल भी हो गए हैं। यही हाल चायल के बिलासपुर काठगांव सड़क का है । गांव के बीच से ईंट भट्टों पर मिट्टी पहुंचा रहे डंपर व ट्रैक्टर दिन रात दौड़ लगा रहे हैं। इससे खस्ता सड़क के साथ धूल फांकने पर भी ग्रामीण मजबूर हैं। जिससे लोग दमा का शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील के अधिकारियों से की थी, उसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वर्जन ..
ओवरलोड वाहनों व अवैध खनन का कड़ाई से रोक थाम के लिए निर्देशित किया गया है। कसेंदा बलहेपुर व बिलासपुर काठगांव मार्ग पर ओवरलोड डंपरों से मिट्टी ढुलाई की जानकारी मिली है। इसके लिए पिपरी इंस्पेक्टर को जांच कर कार्यवाई करने का निर्देश दिया गया है ।
-श्यामाकांत, सीओ चायल