12 दिन बाद भी समितियों का नहीं खुला ताला
जागरण टीम, कौशांबी : साधन सहकारी समितियों के सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल किसानों पर भारी पड़ रही है। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी पिछले 12 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं जिसकी वजह से किसानों को समितियों से खाद नहीं मिल पा रही है। मजबूरन किसानों को बाजार से महंगे रेट पर खाद खरीदना पड़ रहा है।
जागरण टीम, कौशांबी : साधन सहकारी समितियों के सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल किसानों पर भारी पड़ रही है। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी पिछले 12 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं जिसकी वजह से किसानों को समितियों से खाद नहीं मिल पा रही है। मजबूरन किसानों को बाजार से महंगे रेट पर खाद खरीदना पड़ रहा है।
शासन स्तर पर लंबित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर सचिव एक नवंबर से हड़ताल कर रहे हैं। सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष उदयभान मौर्या ने बताया बीते चार वर्ष से सचिवों को मानदेय नहीं दिया गया है। न ही नियमित किया जा रहा है। कर्मचारियों के बीमा की कोई व्यवस्था नहीं है। इन मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। इन समस्याओं के निस्तारण के लिए पूर्व में विभागीय अधिकारी व शासन स्तर पर ज्ञापन सौंपा गया था। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। कर्मचारियों की हड़ताल गेहूं की बोआई प्रभावित हो रही है। खाद लेने के लिए समितियों में किसान पहुंचते हैं, लेकिन ताला बंद देकर कर मायूस होकर लौट जाते हैं। कुछ किसान निजी दुकानों से महंगे दाम पर खाद खरीद रहे हैं, जिन किसानों के पास रुपये नहीं हैं। वह गेहूं की बोआई नहीं कर पा रहे हैं। डीएपी खाद का सरकारी रेट 1340 रुपये प्रति बोरी है, लेकिन दुकानदार 1450-1470 रुपये प्रति बोरी बेंच रहे हैं। शिकायत के बाद भी कृषि विभाग के अधिकारी दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। समितियों से नहीं मिल रही खाद
संसू, पुरखास : प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड से संचालित साधन सहकारी समितियों के सचिवों के हड़ताल के चलते सोमवार को सहकारी समिति कदिरपुर नेवादा में जुटे किसान बिना खाद लिए लौट गए। साधन सहकारी समिति नेवादा मे क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने खाद न मिलने पर सचिव से नोकझोंक करते हुए हल्ला मचाया।
किसान रामबाबू, सुखलाल, माधव प्रसाद, अनिल बलुआ और विनोद त्रिपाठी का कहना है कि रवी फसल आलू, गेंहू, चना, मटर और सरसों आदि की बुआई के पहले खेतों की तैयारी के समय खाद डालकर खेत की तैयारी कर बिजाई करनी है। जल्द ही खाद उपलब्ध न करवाई तो, हम लोग सड़कों पर उतर आएंगे। नेवादा साधन सहकारी समिति के सचिव रामेश्वर दयाल शर्मा का कहना है कि संघ के कर्मचारियों की प्रदेश सरकार से मांगों को लेकर वार्ता चल रही है, जैसे ही संघ के पदाधिकारियों का दिशा निर्देश मिल जायेगा खाद का वितरण शुरू कर दिया जायेगा।
कहते हैं जिम्मेदार
सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष उदयभान मौर्य का कहना है कि शासन स्तर पर लंबित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। मांगे पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।