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ऑनलाइन ठगी, खाते में लौटे 1.20 लाख रुपये

करारी थाना क्षेत्र के पवारा गांव के एक किसान के खाते से झारखंड के साइबर शातिर ने एक लाख 20 हजार रुपये ठगे और ऑनलाइन शॉपिग कर ली। मामले की शिकायत पर सक्रिय हुई साइबर सेल की टीम ने शॉपिग कंपनी के अफसरों से संपर्क कर किसान के खाते में रुपये वापस करा दिए। तब जाकर पीड़ित ने राहत की सांस ली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 10:46 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 10:46 PM (IST)
ऑनलाइन ठगी, खाते में लौटे 1.20 लाख रुपये
ऑनलाइन ठगी, खाते में लौटे 1.20 लाख रुपये

जासं, कौशांबी : करारी थाना क्षेत्र के पवारा गांव के एक किसान के खाते से झारखंड के साइबर शातिर ने एक लाख 20 हजार रुपये ठगे और ऑनलाइन शॉपिग कर ली। मामले की शिकायत पर सक्रिय हुई साइबर सेल की टीम ने शॉपिग कंपनी के अफसरों से संपर्क कर किसान के खाते में रुपये वापस करा दिए। तब जाकर पीड़ित ने राहत की सांस ली।

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पवारा निवासी रामनरेश खेती करके परिवार का भरण पोषण करता है। मंझनपुर के भड़ेसर स्थित एक बैंक शाखा में खाता है। रामनरेश के मुताबिक नौ नवंबर को उसके मोबाइल पर अनजान कॉल आई। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को बैंक शाखा का मैनेजर बताया और खाता बंद होने की बात कही। सेवा चालू रखने के लिए उसने दोबारा एकाउंट नंबर समेत अन्य जानकारियां ली। रामनरेश ने साइबर शातिर को सबकुछ बता दिया। शातिर ने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। इस बीच उसके खाते से एक लाख 20 हजार रुपये गायब हो गए। मोबाइल पर आए मैसेज को रामनरेश ने देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। शाखा प्रबंधक से बातचीत कर उसने अपना खाता बंद कराया और एटीएम लॉक कराया। मामले की शिकायत रामनरेश ने दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से की। एसपी के निर्देश पर सीसीओ अखिलेश उपाध्याय समेत साइबर सेल टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी। रामनरेश को साइबर सेल के अफसरों ने बताया कि उसके रुपये से ऑनलाइन शॉपिग कर ली गई है। साइबर शातिर झारखंड का रहने वाला है। साइबर सेल टीम ने आनन-फानन में शॉपिग कंपनियों के अफसरों व कर्मचारियों से बातचीत की और मामला ठगी से जुड़ा होना बताया। इसके बाद शॉपिग कंपनी के खाते में शातिर ने जो रकम ट्रांसफर की थीे, वह पूरी वापस रामनरेश के खाते में पहुंच गई। खाते से निकाल लिए 49 हजार रुपये, केस दर्ज

जासं, कौशांबी : कौशांबी थाना क्षेत्र के उरई अशरफपुर निवासी मंगला प्रसाद पुत्र सूरजबली ने गांव के विकास कार्य में मनरेगा के तहत मजदूरी की थी। उसके खाते में शासन की ओर से 49 हजार रुपये भेजे गए थे। मंगला प्रसाद के मुताबिक गांव के ही दूसरी बिरादरी के मंगला प्रसाद ने भी उसी बैंक शाखा में खाता खुलाया है, जहां पीड़ित का अकाउंट है। बैंक कर्मियों की अनदेखी व लापरवाही के चलते मजदूर के खाते से 49 हजार रुपये निकाल लिए। जब इसकी जानकारी पीड़ित को हुई तो उसने विपक्षी से अपने रुपये वापस मांगे। इस पर विपक्षी ने देने से इन्कार कर दिया और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने जांच कर आरोपित के खिलाफ शुक्रवार की शाम केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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