पौधारोपण में गड़बड़ी की जांच में लापरवाही बरत रहे अफसर
जासं, कौशांबी : हर साल वन समेत दो दर्जन विभागों ने लाखों पौधे लगाए। बीते तीन वर्षो के दौरान पौधारोपण में गड़बड़ी की गई है। अधिकतर स्थानों पर पौधे सूख गए या तो गायब हैं। पड़ताल कर दैनिक जागरण ने छह से 11 दिसंबर तक लगातार खबरें प्रकाशित कीं। जिसे संज्ञान में लेने के बाद डीएम के निर्देश पर सीडीओ ने आठ अधिकारियों की टीम गठित की है। एक पखवारे से अधिक का समय बीतने के बाद मामले की जांच नहीं शुरू की है।
जासं, कौशांबी : हर साल वन समेत दो दर्जन विभागों ने लाखों पौधे लगाए। बीते तीन वर्षो के दौरान पौधारोपण में गड़बड़ी की गई है। अधिकतर स्थानों पर पौधे सूख गए या तो गायब हैं। पड़ताल कर दैनिक जागरण ने छह से 11 दिसंबर तक लगातार खबरें प्रकाशित कीं। जिसे संज्ञान में लेने के बाद डीएम के निर्देश पर सीडीओ ने आठ अधिकारियों की टीम गठित की है। एक पखवारे से अधिक का समय बीतने के बाद मामले की जांच नहीं शुरू की है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए वन विभाग ने पिछले तीन सालों में आठ लाख पौधे लगाए हैं। रोपित किए गए पौधों में विभागीय अधिकारियों ने जमकर खेल किया है। पिछले तीन वर्ष में 567.85 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग की ओर से 348400 पौधे लगाए हैं। जागरण की पड़ताल में स्पष्ट हुआ कि कई स्थलों पर पौधे नहीं लगे फिर भी रिकार्ड में दिखाया हैं। अधिकतर पौधे सूख गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी इंद्रसेन ने 12 दिसंबर को आठ अधिकारियों की टीम गठित की है। इस टीम में कृषि उप निदेशक उदयभान गौतम, सीवीओ बीपी पाठक, सिराथू बीडीओ देव कुमार, कड़ा बीडीओ राकेश धुरिया, मंझनपुर बीडीओ अखिलेश तिवारी, मूरतंगज वीडीओ शैलेश राय, नेवादा बीडीओ श्वेता, चायल बीडीओ हरिश्चंद्र शामिल हैं। अब अधिकारी जांच में लापरवाही बरत रहे हैं।
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किस वर्ष लगाए गए कितने पौधे
वर्ष पौधे
2016 292125
2017 139559
2018 348400
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पर्यावरण संरक्षण के लिए वन विभाग की ओर से पिछले तीन सालों में पौधरोपण में गड़बड़ी का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच करने के लिए आठ सदस्यीय कमेटी गठित गई है। जांच अब तक क्यों नहीं हुई। इस संबंध में टीम के अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा।
इंद्रसेन ¨सह, सीडीओ।