अफसरों की कारस्तानी, कागजों पर तैनाती
विद्युत उपखंड चायल के तीन उपकेंद्रों में तैनात संविदा कर्मियों ने अवर अभियंताओं पर कागजों में चहेतों को संविदा पर रख बगैर कार्य की ही मानदेय देने का आरोप लगाया गया है। साथ ही कलेक्ट्रेट में डीएम को पत्र देकर बताया कि जान जोखिम में डालकर दिन-रात कार्य कर रहे संविदा कर्मियों की हाजिरी तक नहीं भरी जाती है। पीड़ित कर्मचारियों ने जिलाधिकारी व भाजपा जिलाध्यक्ष को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
संसू, चायल : विद्युत उपखंड चायल के तीन उपकेंद्रों में तैनात संविदा कर्मियों ने अवर अभियंताओं पर कागजों में चहेतों को संविदा पर रख बगैर कार्य की ही मानदेय देने का आरोप लगाया गया है। साथ ही कलेक्ट्रेट में डीएम को पत्र देकर बताया कि जान जोखिम में डालकर दिन-रात कार्य कर रहे संविदा कर्मियों की हाजिरी तक नहीं भरी जाती है। पीड़ित कर्मचारियों ने जिलाधिकारी व भाजपा जिलाध्यक्ष को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
विद्युत उपखंड चायल के उपकेंद्र म्योहर, पुरखास व सराय अकिल में तैनात संविदाकर्मी टीकम सिंह, विजयदत्त मिश्रा, सौरभ कुमार, अनूप कुमार, शशि पांडेय, संजय, प्रेमबाबू, राजू रैदास व दीपक केसरवानी के अनुसार वह सभी पिछले छह महीने से बतौर संविदाकर्मी तैनात हैं। उनका कहना है कि नियुक्ति भोपाल की प्राइम वन कंसलटेंसी के माध्यम से हुई थी। जिसमें
अवर अभियंताओं ने अपने चहेतों के नाम शामिल करा लिया। संविदा कर्मियों की जून माह से रजिस्टर में हाजिरी नहीं लगाई गई, जबकि वह प्रतिदिन ड्यूटी करते हैं। उपस्थित रजिस्टर में हाजिरी न भरने से उनका मानदेय रोक दिया गया है। बताया कि अवर अभियंता उनको नौकरी से निकाल कर अपने चहेतों को रखना चाहते हैं। तैनात संविदा कर्मियों को मानदेय न मिलने से कोरोना काल में उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। गुरुवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा व भाजपा जिलाध्यक्ष से शिकायत कर मामले की जांच कर न्याय की गुहार लगाई है। मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष अनिता त्रिपाठी ने पीड़ितों को न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया है।