अब बच्चों के सहारे गांव की तस्वीर बदलने की तैयारी
जासं कौशांबी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को बेसिक शिक्षा विभाग कठपुतली डांस व नाट्य मंचन का प्रशिक्षण दे रहा है। प्रशिक्षण के बाद यह बालिकाएं गांव में अपना हुनर दिखाकर लोगों को सामाजिक बुराइयों व अन्य तरह की होने वाली गतिविधियों के प्रति जागरूक करेंगी। पहले चरण में पांच विद्यालयों की 35 बालिकाएं प्रशिक्षित की जा रही हैं।
जासं, कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को बेसिक शिक्षा विभाग कठपुतली डांस व नाट्य मंचन का प्रशिक्षण दे रहा है। प्रशिक्षण के बाद यह बालिकाएं गांव में अपना हुनर दिखाकर लोगों को सामाजिक बुराइयों व अन्य तरह की होने वाली गतिविधियों के प्रति जागरूक करेंगी। पहले चरण में पांच विद्यालयों की 35 बालिकाएं प्रशिक्षित की जा रही हैं।
कहा जाता है कि बच्चे देश का भविष्य हैं। ऐसे में बच्चे अगर गांव में लोगों को जागरूक करेंगे तो उसका असर होगा। लोग बातों को गंभीरता से लेंगे। इसी सोच के साथ बेसिक शिक्षा विभाग ने यह कवायद शुरू की है। जिले के दस जूनियर विद्याल की 70 छात्राओं को कठपुतली व नाट्य मंचन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के दौरान बालिकाओं को सामुदायिक जिम्मेदारियों, लिग भेद, स्वच्छता कार्यक्रम, स्कूल चलो, बच्चों की परिवार से आकांक्षाएं आदि को लेकर प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद ये छात्राएं कठपुतली डांस व नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक करेंगी। शनिवार से पहले चरण में पांच विद्यालयों की 35 बालिकाओं का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। मास्टर ट्रेनर प्रिया सिंह व आशीष शुक्ला ने पहले दिन उनको अपने अपने गांव व क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि पहले हम समझें कि किस तरह से लोंगों की किसी समस्या को हम नाटक व कठपुतली डांस के माध्यम से उठा सकते हैं। किसी नाटक व कार्यक्रम का एक उद्देश्य होता है। प्रस्तुतिकरण में उसका उद्देश्य सामने आना चाहिए। खंड शिक्षा अधिकारी नगर राजेश गुप्ता ने बताया कि सात दिनों के इस प्रशिक्षण के बाद बालिकाएं गांव में नुक्कड़ सभा कर लोगों को सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक करेंगी।