अब घूम रहे बेसहारा मवेशियों का नया ठिकाना बनेंगे चरागाह
जासं, कौशांबी : बेसहारा मवेशियों के संरक्षण व किसानों की फसल को बचाने के लिए अफसरों पहल शुरू कर दी है। गांव के चरागाहों का सुंदरीकरण कर मवेशियों का ठिकाना बनाया जाएगा। इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारियों ने कार्ययोजना बना ली है। चरागाहों का सुंदरीकरण में 47 लाख खर्च होंगे।
जासं, कौशांबी : बेसहारा मवेशियों के संरक्षण व किसानों की फसल को बचाने के लिए अफसरों पहल शुरू कर दी है। गांव के चरागाहों का सुंदरीकरण कर मवेशियों का ठिकाना बनाया जाएगा। इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारियों ने कार्ययोजना बना ली है। चरागाहों का सुंदरीकरण में 47 लाख खर्च होंगे।
किसानों के लिए दशकों से बेसहारा मवेशी मुसीबत बने हैं। इन पर अंकुश लाने के लिए किसान काफी दिन से मांग कर रहे थे। इसको लेकर अब पहल शुरू हो गई है। सीडीओ इंद्रसेन ¨सह ने बताया कि पहले चरण में तीनों तहसील के 20 गांव का चुना गया है। इन गांव में चरागाह के लिए छोड़ी गई भूमि को मनरेगा से विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है। करीब 47 लाख रुपये की लागत से पहले चरण में खाली पड़ी भूमि पर दीवार का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद अलग अलग योजना से चरागाह की भूमि पर काम होगा। बताया कि भूमि को विकसित करने के बाद यहां बेसहारा मवेशियों को रखने के साथ ही गांव के लोग अपने मवेशियों को चराने के लिए प्रयोग करेंगे। बेहतर होंगी सुविधाएं
- चरागाह की भूमि के चारों ओर दीवार बनाने के बाद उसमें घास लगाने, छोटा तालाब, टीनशेड आदि बनाए जाने को लेकर काम किया जाएगा। भूमि को विकसित करने के बाद क्षेत्र के बेसहारा मवेशियों को यहां रखा जाएगा। सीडीओ ने बताया कि जिले में हर स्थान पर गोशाला का निर्माण किया जाना संभव नहीं है। ऐसे में यहां बेसहारा मवेशी को रखने बाद गोशाला भेज दिया जाएगा। इन गांव के चरागाह होगे संरक्षित
कड़ा ब्लाक के त्रिलोकपुर व लोहदा, कौशांबी ब्लाक में गोहानी के दो चरागाह, बकोढ, मंझनपुर ब्लाक के कुआडीह व जजौली, नेवादा ब्लाक के बरौलहा, बैर आमद करारी, खपरा ,खंदेउरा, मखऊपुर, रसूलपुर टप्पा, सराययुसुफ व नूरपुर हाजीपुर, सिराथू ब्लाक के नगिया मई व विदनपुर आमद करारी, सरसवां ब्लाक के जमुनापुर, चायल ब्लाक के हरदुआ और मूरतगंज ब्लाक : बलियावा देह व भीखमपुर।