छात्रवृत्ति रिकवरी के लिए जिले के छह छात्रों को नोटिस
डिग्री कालेज से अधूरा पाठ्यक्रम छोड़ छात्रवृत्ति हड़प कर भागने वाले जिले के छह बीएससी छात्रों को फिरोजाबाद के समाज कल्याण अधिकारी ने नोटिस भेजा है। इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक को वजीफा रिकवरी में मदद कराए जाने संबंधी पत्र भी भेजा है।
संसू, नारा : डिग्री कालेज से अधूरा पाठ्यक्रम छोड़ छात्रवृत्ति हड़प कर भागने वाले जिले के छह बीएससी छात्रों को फिरोजाबाद के समाज कल्याण अधिकारी ने नोटिस भेजा है। इतना ही नहीं, पुलिस अधीक्षक को वजीफा रिकवरी में मदद कराए जाने संबंधी पत्र भी भेजा है।
भेजे गए पत्र के मुताबिक मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के रामचरन का पूरा टेवां निवासी सुधीर कुमार पुत्र जगत प्रसाद, शिवशंकर पुत्र पारसनाथ निवासी बालक मऊ कोखराज, ललित कुमार पुत्र दशरथलाल निवासी जजौली पश्चिम शरीरा, संदीप कुमार पुत्र सूरजबली निवासी गंभीरा पूरब, शैलेंद्र वर्मा पुत्र शिव कुमार निवासी कांशीराम कालोनी मंझनपुर व सराअयकिल के कोटिया अमिरसा निवासी श्याम कुमार पुत्र रामस्वरूप ने वर्ष 2019-20 फिरोजाबाद स्थित एका महाविद्यालय में बीएससी प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया। इसके बाद समाज कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। विभाग द्वारा चयनित पाठ्यक्रम के अनुसार प्रति छात्र छह हजार रुपये खाते में धन भेजा गया। वजीफा मिलने के बाद छात्रों ने अधूरा पाठ्यक्रम छोड़ दिया। इसकी सूचना डिग्री कालेज की प्राचार्या कमलेश देवी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी फिरोजाबाद को दी। विभाग की ओर से छात्रों को लेटर जारी करते हुए वजीफा की रकम वापस करने की तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई। इसके बावजूद छात्रवृत्ति छात्रों ने वापस नहीं किया। नतीजतन समाज कल्याण अधिकारी प्रज्ञा शंकर ने सप्ताह भर पहले सभी छात्रों को नोटिस भेजा है। साथ ही एक पत्र एसपी को भेजकर वजीफा वापसी में सहयोग मांगा है। पुलिस अधीक्षक ने भी संबंधित थाना व चौकी को लेटर भेजकर शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए हैं। नहीं मिल रही छात्रवृत्ति, उच्चाधिकारियों से शिकायत
संसू, टेढ़ीमोड़ : एक तरफ जहां सूबे की सरकार प्रदेश में मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना के जरिए पढ़ाई का बंदोबस्त कर रही है। वहीं दूसरी ओर संबंधित मातहत सरकार की इस योजना को पलीता लगा रहे हैं। डीएलएड 2019 बैच के अर्ह प्रशिक्षुओं को बीते साल में एक बार भी छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिल पाया है। इसके लिए छात्र व अभिभावकों में रोष है।
गुलाब की भार्गव डिग्री कालेज में पढ़ने वाले छात्र हिमांशू तिवारी ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने ट्विटर पर हैश टैग भी चलाया, लेकिन फिर उनकी प्रतिभा के साथ न्याय नही हुआ। डीडब्ल्यूओ कार्यलय पर शिकायत करने के बाद संबंधित अधिकारी उन्हें मीठी गोली दे रहे हैं और समस्या का कोई हल नही निकाल रहे। यही नहीं, उनके साथ पढ़ने वाले सहपाठियों का भी यही हाल है। उन्हें दोनों वर्ष में से किसी भी वर्ष की छात्रवृत्ति नही मिली है, जिससे उन्हें किताबें इत्यादि खरीदने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा मेधावी छात्रों के लिए चालयी गयी यह योजना फिलहाल तो नाकाफी साबित हो रही है और छात्र अपने अधिकार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। हिमांशु के साथ पढ़ने वाले हेमंत कुमार, अनिल, अंकुर सिंह, धर्मराज, मोहिनी, अनुराधा, रिया, शैलेंद्र, विनय पांडेय, गोविद सहित तमाम 2019 बैच के छात्रों ने अपना दर्द बयां किया है। अब देखने वाली बात यह है कि क्या इन छात्रों को दोनों वर्ष की छात्रवृत्ति मिल पाएगी या इनकी प्रतिभा के साथ अन्याय का यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा।