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लो वोल्टेज से नहीं चल रहे नलकूप, ¨सचाई प्रभावित

संसू, चायल : विद्युत उपकेंद्र पुरखास से सप्लाई होने वाली बिजली के लो वोल्टेज के चलते नलकूप नहीं चल रहा है जिससे धान की ¨सचाई प्रभावित ही रही है। निजी नलकूप मालिकों और किसानों ने कई बार इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की है लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 06:56 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 06:56 PM (IST)
लो वोल्टेज से नहीं चल रहे नलकूप, ¨सचाई प्रभावित
लो वोल्टेज से नहीं चल रहे नलकूप, ¨सचाई प्रभावित

संसू, चायल : विद्युत उपकेंद्र पुरखास से सप्लाई होने वाली बिजली के लो वोल्टेज के चलते नलकूप नहीं चल रहा है जिससे धान की ¨सचाई प्रभावित ही रही है। निजी नलकूप मालिकों और किसानों ने कई बार इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की है लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं किया गया है।

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विद्युत उपकेंद्र पुरखास में लगे पांच पांच एमवीए के दो ट्रांसफार्मरों से तीन बकोढ़ा, मोहम्मदाबाद और तिलहापुर फीडर के 47 गांवों में बिजली की आपूर्ति की जाती है। निजी नलकूप मालिक पुरषोत्तम ¨सह, फूल ¨सह, प्रेम सरोज का कहना है कि दिन में बिजली की आपूर्ति होने पर महज 90 वोल्ट आपूर्ति हो रही है। लो वोल्टेज से किसानों के पं¨पगसेट की मोटर नहीं चल रही है। नजी नलकूप मालिक ¨रकू ¨सह, मुन्नीलाल और ओम प्रकाश का कहना है कि सरकारी व निजी नलकूप की मोटर चलाने के लिए 300 से 350 सौ वोल्ट की जरूरत होती है लेकिन महज 90 वोल्ट की आपूर्ति से नलकूप की मोटर नहीं चल रही है। नलकूप मालिकों का कहना है कि बिजली आपूर्ति आने पर वोल्टेज ठीक रहता है लेकिन 15 मिनट मोटर चलने के बाद 90 वोल्ट की आपूर्ति होने पर मोटर ट्रिप कर बंद हो जाती है। इस समय धान की ¨सचाई जोरों पर है। किसानों का कहना है कि लो वोल्टेज की समस्या की शिकायत अवर अभियंता के साथ साथ बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता से की थी पर समस्या का समाधान नहीं किया गया है। - इस समय धान की सिंचाई जोरों पर होने से एक ही साथ सभी नलकूल चलते हैं तो लोड अधिक हो जाता है। बिजली के खंभों में लगे पुराने जीआइ तार से भी वोल्टेज ड्रॉप हो रहे हैं। ट्रांसमिशन से काफी कम वोल्ट की आपूर्ति होने से भी समस्या आ रही है।

- राघवेंद्र प्रताप यादव, अवर अभियंता विद्युत उपकेंद्र पुरखास ग्रामीण बोले -

- पुरखास विद्युत उपकेंद्र से महज 90 वोल्ट की बिजली आपूर्ति हो रही है। जिससे नलकूप की मोटर नहीं चल रही है और धान की ¨सचाई प्रभावित हो रही है।

- ओम प्रकाश - रात में बिजली की आपूर्ति होने पर थोड़ा बहुत वोल्ट बढ़ जाता है और कम वोल्ट में मोटर चलाने पर मोटर और ट्रांसफार्मर जलने का खतरा बना रहता है।

- रमाकांत - एक बीघा धान की फसल की ¨सचाई करने के लिए रात रात भर जागना पड़ रहा है। रात में जहरीले जंतुओं का खतरा भी रहता है। तार नहीं बदलवाए।

- शिवभान - बिजली आपूर्ति के लिए खींची गई 11 हजार वोल्ट की जीआइ तार पुराने होने से जर्जर हो चुके हैं। इसे बदलवाने के लिए विभाग में शिकायत की थी।

- शिव प्रसाद


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