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नहीं बनी कार्ययोजना, हवा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान

जासं, कौशांबी : संचारी रोग व दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष अभियान की शुरुआत 10 फरवरी से कर दी गई है। अभियान चलाने के लिए जिम्मेदारों ने कार्ययोजना नहीं बनाई, जिसकी वजह से ये अभियान महज हवा-हवाई साबित हो रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही से संचारी रोग पर काबू पाना मुश्किल होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 11:03 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 11:03 PM (IST)
नहीं बनी कार्ययोजना, हवा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान
नहीं बनी कार्ययोजना, हवा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान

जासं, कौशांबी : संचारी रोग व दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष अभियान की शुरुआत 10 फरवरी से कर दी गई है। अभियान चलाने के लिए जिम्मेदारों ने कार्ययोजना नहीं बनाई, जिसकी वजह से ये अभियान महज हवा-हवाई साबित हो रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही से संचारी रोग पर काबू पाना मुश्किल होगा।

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सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास विभाग व डब्लूएचओ से जुड़े अधिकारियों को संचारी रोग व दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए के लिए कस्बों, स्कूलों व गांव में विशेष अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई व वेक्टर नियंत्रण के लिए जागरूक करने का निर्देश है। निर्देश में स्पष्ट किया गया है कि अभियान चलाने से पूर्व अधिकारी बैठक कर कार्ययोजना तैयार करें। साथ ही कर्मचारियों को जानकारी दे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया और 10 फरवरी से अभियान की शुरुआत मुख्य विकास अधिकार से करा दी। जो 28 तक चलेगा। अभियान मच्छरों की रोकथाम के लिए सफाई, नालियों के ढकने का इंतजाम, शहरी क्षेत्रों में फा¨गग, हैंडपंपों के पास सोख-पिट, कूड़ा निस्तारण के लिए ठोस इंतजाम करने हैं। कस्बे व गांव के लोगों को जागरूक करना था, लेकिन कार्ययोजना न बनाने की वजह से अभियान दम जोड़ता नजर आ रहा है। आइसीडीएस की भूमिका

संचारी रोग नियंत्रण के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गांवों का भ्रमण कर लोगों को सफाई के लिए जागरूक करना। कुपोषित बच्चों की नए स्तर से सूची तैयार गंभीर बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में इलाज के लिए भर्ती करना। दिमागी बुखार के लिए लोगों को जागरूक करना व दिव्यांग कल्याण विभाग से संपर्क की दिव्यांग बच्चों का वाजिब सुविधा दिलाने के कर निर्देश दिया गया है, लेकिन कार्ययोजना न तैयार होने की वजह से सब कुछ हवा-हवाई है। कब-क्या करना था

- चार फरवारी को विभागाध्यक्षों अधिकारियों की बैठक

- पांच फरवरी को मुख्यालय व ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण

- छह फरवरी को सीएचसी व पीएचसी में आशाओं का प्रशिक्षण

- सात फरवरी को बीडीओ की अध्यक्षता में बैठक

- आठ फरवरी के ब्लाक स्तर पर नोडल अध्यापकों की बैठक

- नौ फरवरी को कार्ययोजना को डब्ल्यूएचओ को देना संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने के लिए संबंधित विभागाध्यक्षों को पर जारी किया गया है। अभियान से यूनिसेफ व डब्लूएचओ को भी छोड़ा गया है। यदि अफसर व कर्मचारी अभियान में लापरवाही बरत रहे हैं तो रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इंद्रसेन ¨सह, सीडीओ।


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