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एनएचएआई ने शुरू किया एक्सल लोड सर्वे

जिले में राम वनगमन मार्ग का निर्माण होना है। कोखराज से राजापुर तक फोरलेन निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली है। इसके निर्माण से पूर्व एनएचआई ने सर्वे कार्य शुरू कर दिया है। रविवार को मंझनपुर तहसील के समदा पेट्रोल पंप के सामने कैंप लगाकर एक्सल लोड सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के बाद सड़क निर्माण की रूप रेखा तैयार होगी। इसके साथ ही सड़क निर्माण का बजट भी निश्चित होगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 10:37 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 10:37 PM (IST)
एनएचएआई ने शुरू किया एक्सल लोड सर्वे
एनएचएआई ने शुरू किया एक्सल लोड सर्वे

कौशांबी : जिले में राम वनगमन मार्ग का निर्माण होना है। कोखराज से राजापुर तक फोरलेन निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली है। इसके निर्माण से पूर्व एनएचआई ने सर्वे कार्य शुरू कर दिया है। रविवार को मंझनपुर तहसील के समदा पेट्रोल पंप के सामने कैंप लगाकर एक्सल लोड सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के बाद सड़क निर्माण की रूप रेखा तैयार होगी। इसके साथ ही सड़क निर्माण का बजट भी निश्चित होगा।

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कौशांबी जनपद में श्रीराम प्रयागराज के श्रंगवेरपुर से गंगा नदी पार कर चरवा आए थे। वहां रात्रि विश्राम के बाद वह चित्रकूट के लिए प्रस्थान किए थे। केंद्र सरकार ने जिन रास्तों से श्रीराम गुजरे थे। उन रास्ते को राम वनगमन मार्ग में शामिल करते हुए फोरलेन सड़क निर्माण का फैसला किया है। इसकी जिम्मेदारी एनएचएआई को सौंपी गई है। रविवार को राम वनगमन मार्ग के कौशांबी के कार्य प्रभारी रविकांत सिन्हा ने एक्सल लोड सर्वे का काम शुरू कर दिया। उन्होंने कर्मचारियों के साथ मिलकर सड़क से गुजर रहे हर प्रकार के वाहनों की भार क्षमता मापी। वाहनों भार क्षमता के बाद सड़क निर्माण की रुपरेखा तैयार होगी।

निर्माण कार्य प्रभारी रविकांत सिन्हा ने बताया कि सड़क की भार क्षमता कितनी रखी जाए। इसकी जानकारी के लिए एक्सल लोड सर्वे कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही इस सड़क से गुजरने वाले वाहनों की संख्या भी देखी जा रही है। यह सड़क निर्माण के लिए बेहद इसके बाद जुटाया गया डाटा विभाग को भेजा जाएगा। इसके बाद किस क्षमता की सड़क बनेगी। इसकी रूपरेखा तैयार करते हुए बजट तैयार होगा।

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क्या है एक्सल लोड सर्वे

सड़क से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। यह वाहन कई प्रकार के होते है। इन वाहनों में किसी एक पहिए पर कितना भार होता है। इसके माफ करने के तरीके को एक्सल लोड सर्वे कहा जाता है। यह सड़क निर्माण के बाद यदि कही पर पहिया रूका तो कितनी भार सड़क पर पड़ेगा। इसका अनुमान लगाया जा सकता है।


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