नए लुक में नजर आएगा नगर करारी का रामलीला मंच
नगर पंचायत करारी का रामलीला मंच स्थल जल्द ही नए लुक में नजर आएगा क्योंकि इस स्थान के जीर्णोद्धार का कार्य भूमि पूजा के बाद शुरू कर दिया गया है। श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष व भाजपा जिला महामंत्री संजय जायसवाल व अन्य पदाधिकारियों ने भूमि पूजन किया।
करारी : नगर पंचायत करारी का रामलीला मंच स्थल जल्द ही नए लुक में नजर आएगा, क्योंकि इस स्थान के जीर्णोद्धार का कार्य भूमि पूजा के बाद शुरू कर दिया गया है। श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष व भाजपा जिला महामंत्री संजय जायसवाल व अन्य पदाधिकारियों ने भूमि पूजन किया।
बुंदेलों ने नगर पंचायत करारी में रामलीला की नींव रखी थी। वर्ष 1885 में पंडित रामाधीन भट्ट ने कृष्णनगर मोहल्ले में स्थित जमीन को रामलीला को दे दिया गया। आने वाली पीढि़यां जमीन को लेकर रामलीला में किसी तरह का कोई विघ्न न डाल सकें, इसके लिए श्री भट्ट ने 14 जुलाई वर्ष 1913 को दानपत्र रामलीला कमेटी के हवाले कर दिया। समय अधिक बीतने की वजह से निर्मित मंच जर्जर हो गया था। संजय जायसवाल के प्रयास से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने निधि से दस लाख रुपये निर्गत किया है। धन निर्गत होने के बाद मंगलवार को भूमि पूजन किया गया। कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि श्रीरामलीला के मंच का नवीनीकरण का कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही यह नए लुक में नजर आएगा। इस मौके पर संरक्षक बच्चा सिंह कुशवाहा, रमेश चन्द्र शर्मा, अशोक वर्मा, श्यामसुंदर केसरवानी, संजीत मोदनवाल, राकेश जायसवाल, पंकज शर्मा, ज्ञानू शर्मा, मनीष साहू आदि पदाधिकारी मौजूद रहे। परीक्षा केंद्रों को लेकर 18 तक दर्ज कराएं आपत्ति
जासं, कौशांबी : जिले में बोर्ड परीक्षा को लेकर लगातार केंद्रों की संख्या में इजाफा हो रहा है। मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक ने जिले में बोर्ड के परीक्षा के लिए 81 स्कूलों की सूची जारी की है। इन स्कूलों को लेकर अब आपत्ति मांगी गई है। यदि किसी विद्यालय को आपत्ति है तो वह 18 फरवरी तक डीआईओएस कार्यालय में दर्ज करा सकता है।
जिला विद्यालय निरीक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अब इंटर व हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा के लिए 81 स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। पूर्व में जो सूची जारी की गई थी उसमें आठ राजकीय स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इन स्कूलों में अब तक भवन निर्माण नहीं कराया जा सका। ऐसे में इनको सूची से हटाते हुए अन्य स्कूलों को परीक्षा केंद्र का दर्जा दिया गया है। अब तक 81 स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जा चुका है। बताया कि इनकी सूची माध्यमिक शिक्षा परिषद की साइट पर भी है। यदि परीक्षा केंद्र को लेकर किसी को आपत्ति है तो वह 18 तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है।