सराय अकिल में भूमि विवाद में हत्या करने वाले हुए गिरफ्तार, भेजे गए जेल
सराय अकिल थाना क्षेत्र के तिल्हापुर गाव में बुधवार की दोपहर हुए जमीन के विवाद में पीटकर किसान को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दो हत्यारोपितों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले में कुल सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पाच आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
कौशांबी। सराय अकिल थाना क्षेत्र के तिल्हापुर गाव में बुधवार की दोपहर हुए जमीन के विवाद में पीटकर किसान को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दो हत्यारोपितों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले में कुल सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पाच आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
सराय अकिल के तिल्हापुर गाव में बुधवार सुबह जमीन के विवाद में किसान रामबहोरी मिश्रा को पड़ोसियों ने लाठी-डंडा व धारदार हथियार से मारकर खून से लथपथ कर दिया था। उसकी हालत गंभीर देख मारपीट करने वाले सभी आरोपी मौके से भाग निकले । सूचना पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहा से हालत गंभीर देख उसे डाक्टरों ने प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। बुधवार शाम करीब आठ बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने गाव के मुन्ना पाडेय, मुन्नू पाडेय, धुन्नू पाडेय, शिवम, शुभम, रितेश व छोटू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तार के लिए दबिश देना शुरू किया है। गुरुवार को चौकी प्रभारी तिल्हापुर गौरव त्रिवेदी ने हत्यारोपित मुन्ना पाडेय व मुन्नू पाडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य फरार चल रहे पाच आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही।
यदि तालाब से अतिक्रमण हटवाया होता तो बच सकता था विवाद
कसेंदा : सराय अकिल थाना क्षेत्र के तिल्हापुर गाव में तालाबी भूमि में हुए विवाद ने किसान की जान ले लिया है। ग्रामीणों के मुताबिक यदि तालाब की भूमि से एंटी भू माफिया टीम ने अतिक्रमण हटवाया होता तो यह विवाद होने से बच जाता और किसान रामबहोरी की भी शायद जान बच गई होती। तिल्हापुर गाव के लोगों के मुताबिक जिस भूमि को लेकर विवाद हुआ है। उसके पीछे स्थित एक 18 बीघे का तालाब है। उसी तालाब की भूमि का हिस्सा यह भूमि भी है। जिसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। और एक खून से भूमि लाल हो गई। लोगों के मुताबिक करीब पाच साल पहले सक्रिय हुई एंटी भू माफिया टीम तालाब से अतिक्रमण हटवाने आई तो थी पर खाना पूíत करते हुए चली गई।