मोबाइल लूट प्रकरण में चौकी प्रभारी भरवारी को फटकार
जासं, कौशांबी : कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी में मोबाइल लूट के संदिग्धों को छोड़ने वाले चौकी प्रभारी को एसपी प्रदीप गुप्ता ने फटकारा। शुक्रवार को जागरण में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए जांच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार को सौंपी है। एसपी के इस तेवर के बाद चौकी प्रभारी चोरों की धरपकड़ को सक्रिय हो गए।
जासं, कौशांबी : कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी में मोबाइल लूट के संदिग्धों को छोड़ने वाले चौकी प्रभारी को एसपी प्रदीप गुप्ता ने फटकारा। शुक्रवार को जागरण में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए जांच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार को सौंपी है। एसपी के इस तेवर के बाद चौकी प्रभारी चोरों की धरपकड़ को सक्रिय हो गए।
भरवारी कस्बे में इन दिनों सरेराह मोबाइल छिनैती की वारदातें आम हो गई हैं। दो माह के भीतर दर्जनों घटनाएं इस बात का गवाह भी हैं। वारदात के बाद पुलिस महज गुमशुदगी दर्ज करने तक ही सीमित रह जाती है। मामला कई बार सुíखयों में आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने कोखराज इंस्पेक्टर को मोबाइल लुटेरों के गैंग का पता लगाने के निर्देश दिए थे। वहीं भरवारी चौकी प्रभारी ऐसे गुडवर्क पर पलीता लगाने पर उतारू हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण बुधवार को ही देखने को मिला। 27 दिसंबर को फकीर बख्श का पूरा गांव के सुरेंद्र कुमार का मोबाइल जिस समय लूटा गया, उसने बदमाशों की बाइक का नंबर नोट किया और स्वयं तलाश की। बुधवार को सुरेंद्र व उसके साथियों ने बाइक सहित चार संदिग्धों की धर-पकड़ कर चौकी प्रभारी राजीव नारायण के सुपुर्द किया। युवक ने दावा किया कि इसी गाड़ी में मौजूद पकड़े गए दो युवकों ने मोबाइल लूटा था। पुलिस ने बुधवार की देर शाम एक युवक को छोड़ा। गुरुवार को अन्य तीनों संदिग्धों को भी छोड़ दिया। जबकि कस्बे के एक-दो और पीड़ितों ने पकड़े गए युवकों को ही मोबाइल छिनैती करने वाला बताया। चौकी प्रभारी के इस खेल को दैनिक जागरण ने चार जनवरी के अंक में मोबाइल लुटेरों को पकड़कर भरवारी पुलिस ने छोड़ा शीर्षक के साथ प्रमुखता से प्रकाशित किया। संज्ञान में लेते हुए दूसरे दिन शुक्रवार को एसपी ने चौकी प्रभारी राजीव नारायण को जमकर फटकार लगाई। इसे साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक को जांच का निर्देश दिया। - जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। साथ ही भरवारी चौकी प्रभारी को चेतावनी दी गई है कि यदि दोबारा ऐसी घटना उनके क्षेत्र में होती है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
- प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक।