मेडिकल कचरा उठाने इलाहाबाद से आए कर्मी
कौशांबी : संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में मेडिकल कचरा मरीजों की सेहत पर संकट बना हुआ था। इसके निस्
कौशांबी : संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में मेडिकल कचरा मरीजों की सेहत पर संकट बना हुआ था। इसके निस्तारण के लिए जिला अस्पताल प्रशासन के पास कोई इंतजाम नहीं है। अनदेखी के चलते अस्पताल परिसर के पीछे करीब तीन महीने के कचरे का ढेर लगा था। यह गंभीर मामले के सुर्खियों में आने से जिला अस्पताल प्रशासन हरकत में आ गया। गुरुवार को इलाहाबाद से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सफाई कर्मियों की टीम जिला अस्पताल पहुंची और मेडिकल कचरा को लेकर इलाहाबाद चली गई।
संयुक्त जिला चिकित्सालय में जनपद के कोने-कोने से मरीज अपना इलाज कराने के लिए आते हैं। ऑपरेशन से लेकर डिलीवरी के बाद खून से सने मेडिकल वेस्ट को जिला अस्पताल परिसर के पीछे खुले में फेंक दिया जाता है। यह कचरा जहां डंप किया जाता है, वहां बायोलाजिकल हेजार्ड रूम बनाया गया है। यहां एक गड्ढा खोदकर मेडिकल वेस्ट को खुले में जला दिया जाता था। सेहत पर संकट खड़ा कर रहे इस गंभीर प्रकरण को दैनिक जागरण ने गंभीरता से लिया और 12 मार्च के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। खबर का असर यह रहा कि तीन दिन बाद ही गुरुवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इलाहाबाद से चार सफाई कर्मी आए। सफाई कर्मचारियों ने मेडिकल कचरे को गाड़ी में रखा और निस्तारण कराने के लिए इलाहाबाद लेकर चले गए।
जिला अस्पताल के पीछे रखे मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पत्र भेजा गया था। तीन महीने से इस कचरे का काफी ढेर लग गया था। समाचार पत्र के माध्यम से मामला सुर्खियों में आने के बाद गुरुवार को इलाहाबाद से आए सफाई कर्मी मेडिकल कचरे को निस्तारण के लिए गाड़ी में भरकर ले गए।
- दीपक सेठ, सीएमएस जिला अस्पताल