आओ आगे बढ़ें, जल बचाकर उपयोग में लाएं
धरती पर जीवन का अस्तित्व बचाने के लिए जल संरक्षण बेहद आवश्यक है। वर्तमान समय में जल का महत्व प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिस प्रकार से हम सभी अंधाधुंध जल का दोहन कर रहे इसका खामियाजा हमारी आने वाली पीढि़यों को भुगतना पड़ सकता। गांवों में जल संरक्षण का सबसे बड़ा साधन तालाब हैं। इसलिए सभी को मिलकर अपने आस- पास बहाए जा रहे पानी को बचाकर और वर्षा के जल को तालाबों में संरक्षित कर भविष्य में उपयोग लायक बनाने की दिशा में काम करना होगा। जिससे हमारी आने वाली पीढि़यों को पानी के संकट से जूझना न पड़े लेकिन मंझनपुर तहसील के म्योहर गांव में लोगों ने तालाबों पर कब्जा कर रखा है। यहां तालाब की भूमि पर इमारत व फसल लहलहाती है।
संवाद सूत्र, अर्का : धरती पर जीवन का अस्तित्व बचाने के लिए जल संरक्षण बेहद आवश्यक है। वर्तमान समय में जल का महत्व प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिस प्रकार से हम सभी अंधाधुंध जल का दोहन कर रहे इसका खामियाजा हमारी आने वाली पीढि़यों को भुगतना पड़ सकता। गांवों में जल संरक्षण का सबसे बड़ा साधन तालाब हैं। इसलिए सभी को मिलकर अपने आस- पास बहाए जा रहे पानी को बचाकर और वर्षा के जल को तालाबों में संरक्षित कर भविष्य में उपयोग लायक बनाने की दिशा में काम करना होगा। जिससे हमारी आने वाली पीढि़यों को पानी के संकट से जूझना न पड़े, लेकिन मंझनपुर तहसील के म्योहर गांव में लोगों ने तालाबों पर कब्जा कर रखा है। यहां तालाब की भूमि पर इमारत व फसल लहलहाती है।
जो जल संरक्षण के बड़े साधन बन सकते हैं, लेकिन अधिकांश तालाब भू माफिया के कब्जे में हैं। जो तालाबों पर खेती और मकान बनाकर उसके अस्तित्व को समाप्त कर रहे हैं। हम मंझनपुर तहसील के म्योहर गांव की बात करें तो यहां सरकारी अभिलेखों में 121 तालाब दर्ज हैं। इनका क्षेत्रफल करीब 62.0940 हेक्टेयर है। इन तालाबों में अधिकांश पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। कुछ में भवन निर्माण हो चुका है, तो कुछ में निर्माण की संभावना है। गांव के बाहर खेतों के बीच बने तालाबों को खेती हो रही है। इन तालाबों की खोदाई कराते हुए यदि जल संरक्षण किया जाए तो यह गांव के साथ ही आम लोगों के लिए लाभदायक होगा। म्योहर गांव के कुछ तालाबों में अवैध कब्जा है। तालाबों को खाली करने के लिए सात लोगों को नोटिस दी गई है। जल्द ही तालाबों को खाली कराकर मनरेगा से उनकी खोदाई कराई जाएगी। इसके बाद बारिश का पानी तालाबों में एकत्रित होगा और लोग उसका उपयोग करेंगे।
राजेश चंद्रा, एसडीएम मंझनपुर