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बालू खनन का 15.50 करोड़ नहीं जमा कर रहे पट्टाधारक

जनपद के 11 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टा दिया गया है। पिछले वर्ष सभी पट्टाधारकों ने खनन किया लेकिन चार पट्टेधारकों ने राजस्व नहीं जमा किया। खनन विभाग का उन पर 15.50 करोड़ का बकाया है। वसूली के लिए खनन विभाग की ओर से नोटिस भी दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 10:37 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 10:37 PM (IST)
बालू खनन का 15.50 करोड़ नहीं जमा कर रहे पट्टाधारक
बालू खनन का 15.50 करोड़ नहीं जमा कर रहे पट्टाधारक

जनपद के 11 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टा दिया गया है। पिछले वर्ष सभी पट्टाधारकों ने खनन किया लेकिन चार पट्टेधारकों ने राजस्व नहीं जमा किया। खनन विभाग का उन पर 15.50 करोड़ का बकाया है। वसूली के लिए खनन विभाग की ओर से नोटिस भी दिया गया। अब विभाग निष्क्रिय खनन पट्टे को निरस्त कर पुन: आवंटन करने की तैयारी में है ताकि दूसरे कारोबारियों को काम करने का मौका मिले साथ ही इससे राजस्व में भी बढ़ोत्तरी हो सकेगी।

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पिछले वर्ष जनपद के 13 यमुना घाटों पर बालू खनन के लिए पट्टे का आवंटन हुआ था। दो पट्टे पर्यावरण एनओसी निरस्त होने के कारण बंद है। 11 यमुना घाटों पर बालू का खनन किया गया है। यमुनाघाट दलेलागंज, कटरी, डढ़ावल व कटैया में खनन करने वाले कारोबारियों ने 15.50 करोड़ का राजस्व नहीं जमा किया है। नोटिस देने के बाद भी धनराशि जमा नहीं हो पा रही है। इससे इन घाटों के पट्टंाधारकों को खनन विभाग निष्क्रिय मान रहा है। यदि शासनादेश के मुताबिक इन घाटों के पट्टे को निरस्त कर पुन: छह माह के लिए आवंटन कर दिया जाए तो राजस्व आएगा। साथ ही घाटों पर खनन होने से मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा। नोटिस के बाद चार पट्टेधारक राजस्व नहीं जमा कर रहे हैं। बकाया धनराशि को जमा कराने के लिए उन्हें नोटिस दी है। 30 सितंबर तक बकाया धनराशि न जमा हुई तो शासनादेश के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। पट्टा धारकों के खिलाफ आरसी जारी कर बकाया धनराशि को वसूला जाएगा।

अमित कुमार सिंह, जिलाधिकारी


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