बिगड़ी कानून व्यवस्था पर वकीलों का प्रदर्शन
प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। आए दिन वकीलों की हत्या पत्रकारों पर फ
प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार खराब हो रही है। आए दिन वकीलों की हत्या, पत्रकारों पर फर्जी आरोप में मुकदमे और समाजसेवियों को आवाज उठाने पर प्रताड़ित किया जा रहा है। अपराध रोकने में नाकाम पुलिस निर्दोष के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर अपनी कार्रवाई का कोटा पूरा कर रही है। इन मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर जिले के वकीलों ने कार्य बहिष्कार किया। प्रेस क्लब समेत अन्य संगठनों ने मिलकर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया।
कचेहरी स्थित लाइब्रेरी परिसर में गुरुवार को अधिवक्ताओं ने बैठक की। अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता संघ के महामंत्री राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश और जिले की कानून व्यवस्था चरमराई है। आए दिन किसी न किसी स्थान पर वकीलों पर हमले हो रहे हैं। उनपर गोलियां चलाई जा रही है। प्रयागराज व लखनऊ में हुई घटनाएं इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरुण विद्यार्थी ने वकीलों के साथ हो रही घटनाओं की निदा करते हुए कहा कि इसकी जानकारी संगठन को दी गई है। जिले से लेकर प्रदेश और देश स्तर पर इस प्रकार की घटनाओं का विरोध होगा। संगठन प्रदेश सरकार से अधिवक्ताओं की हत्या और पत्रकार उत्पीड़न जैसी घटनाओं की सीबीआइ जांच कराने की बात कही। लोकजन शक्ति पार्टी के घटक दलित सेना प्रमुख राजीव पासवान ने कहा कि पुलिस को उत्पीड़न गरीबों पर बढ़ रहा है। इसको लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान को अवगत कराया गया है। जल्द ही इस मुद्दे को लेकर प्रदेश में एक अभियान चलाया जाएगा। समर्थ किसान पार्टी के मुखिया अजय सोनी ने वकीलों की हत्या का विरोध किया। बैठक के बाद अधिवक्ता समेत अन्य सहयोगी संगठन के पदाधिकारी शांति मार्च निकालते हुए मंझनपुर चौराहे पहुंचे। वहां मानव श्रंखला बनाकर प्रदर्शन किया।
ये भी रहे शामिल
केडी द्विवेदी, माधव श्याम, अजय पांडेय, आनंद शुक्ला, प्रकाश भट्ट, रतीश कुमार, देवेश श्रीवास्तव, पप्पू मिश्रा, अनिल पांडेय, कौशलेश द्विवेदी, विमलेश शुक्ला, मनुदेव त्रिपाठी, बृजेश गौतम, वेद पांडेय, मनोज दुबे, सुशील केसरवानी, राकेश सोनकर, शिवनंदन साहू, धारा यादव, खादिम रिजवी, इंतजार रिजवी, ओमनीश तिवारी।