कोटेदार ने एमआई के खिलाफ खोला मोर्चा
कोटेदारों को गोदाम से कम राशन मिलता है। ऐसे में वह गरीब परिवारों को उनकी जरूरत के अनुसार राशन न हीं दे पाते। ऐसे में एक कोटेदार ने इसको लेकर अभियान शुरू कर दिया लेकिन उनको कई दिनों से गोदाम में बुलाने के वादा भी राशन नहीं मिला। इसकी जानकारी गांव के लोगों को हुई तो वह कोटेदार के पक्ष में मुख्यालय आ गए।
कौशांबी : कोटेदारों को गोदाम से कम राशन मिलता है। ऐसे में वह गरीब परिवारों को उनकी जरूरत के अनुसार राशन न हीं दे पाते। ऐसे में एक कोटेदार ने इसको लेकर अभियान शुरू कर दिया, लेकिन उनको कई दिनों से गोदाम में बुलाने के वादा भी राशन नहीं मिला। इसकी जानकारी गांव के लोगों को हुई तो वह कोटेदार के पक्ष में मुख्यालय आ गए। कोटेदार को राशन दिए जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में देकर कोटे की दुकान को लेकर हो रही धांधली की जांच की मांग की है।
सिराथू तहसील के कसिया पश्चिम गांव की कोटेदार को गांव के लोगों ने पसंद नहीं किया। इसके बाद गांव के लोगों के बीच मतदान से हेमलता पत्नी प्रवीण कुमार को चुना गया। वह करीब दो सालों से कोटे की दुकान चला रही है। हेमलता का आरोप है कि वह कुछ माह से जब राशन का वितरण करती है तो वह कम हो जाता है। ऐसे में जुलाई माह का राशन व लेने के लिए पहुंची तो इलेक्ट्रानिक कांटे से राशन की मांग करने लगी। इस पर गोदाम प्रभारी रीता मौर्य ने भीड़ अधिक होने का हवाला देकर बाद में आने के लिए कहा। इसके बाद वह तीन दिनों से लगातार राशन के लिए गोदाम जा रही हैं। इसके बाद भी उनको राशन नहीं मिला। गरीब परिवार व कार्ड धारकों को राशन नहीं मिला तो इसको लेकर उन्होंने शुक्रवार को कोटेदार के साथ कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन देकर उचित तौल के साथ राशन दिए जाने की मांग की है। मामले को लेकर गोदाम प्रभारी रीता मौर्या ने बताया कि कोटेदार इलेक्ट्रानिक कांटे से राशन लेने की मांग कर रही थी। विभाग से मिले पांच एमटी के कांटे से तौल कर राशन देने की बात आई तो वह दूसरा कांटा देकर उससे तौल की बात करने लगी। इस पर इन्कार कर दिया तो उन्होंने इन्कार कर दिया। अब वह लोगों को लेकर दबाव बना रही हैं। इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई है।