Move to Jagran APP

हर्ष फाय¨रग मामले में 48 घंटे बाद भी खाकी बैकफुट पर

जासं, कौशांबी : सिराथू स्थित एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह के समय हर्ष फाय¨रग कर वृद्ध को घायल करने के मामले में खाकी बैकफुट पर नजर आ रही है। घटना के 48 घंटे बीत चुके हैं और पुलिस के हाथ आरोपित नहीं लग सका है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस को अभी तक यह भी जानकारी नहीं हो सकी है कि आखिर बरामद रिवाल्वर का लाइसेंस किसके नाम है। इतना ही नहीं शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी लटक सी गई है। तीन दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली होने से थाने के इंस्पेक्टर और मामले की विवेचना करने वाले दारोगा की तेजतर्रार छवि सामने आ रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 11:25 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 11:25 PM (IST)
हर्ष फाय¨रग मामले में 48 घंटे बाद भी खाकी बैकफुट पर
हर्ष फाय¨रग मामले में 48 घंटे बाद भी खाकी बैकफुट पर

जासं, कौशांबी : सिराथू स्थित एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह के समय हर्ष फाय¨रग कर वृद्ध को घायल करने के मामले में खाकी बैकफुट पर नजर आ रही है। घटना के 48 घंटे बीत चुके हैं और पुलिस के हाथ आरोपित नहीं लग सका है। आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस को अभी तक यह भी जानकारी नहीं हो सकी है कि आखिर बरामद रिवाल्वर का लाइसेंस किसके नाम है। इतना ही नहीं शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी लटक सी गई है। तीन दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली होने से थाने के इंस्पेक्टर और मामले की विवेचना करने वाले दारोगा की तेजतर्रार छवि सामने आ रही है।

loksabha election banner

दरअसल, सिराथू स्थित एक गेस्ट हाउस में मंगलवार को सैनी के दारानगर निवासी विनोद कुमार मिश्र की बेटी की शादी थी। इसमें प्रयागराज जनपद के नवाबगंज थाना क्षेत्र के करीमुद्दीनपुर निवासी हनुमान प्रसाद शुक्ल आया था। गाजे-बाजे के साथ बराती जैसे ही गेस्ट हाउस के समीप पहुंचे थे कि हनुमान प्रसाद ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से हर्ष फाय¨रग शुरू कर दी। इसी बीच एक गोली राजेश कुमार मिश्र निवासी थुलगुल सैनी के पेट में जा लगी। लहूलुहान हालत में उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। बरातियों ने फाय¨रग करने वाले युवक को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह रिवाल्वर छोड़कर भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रिवाल्वर को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने कहा कि जांच शुरू है और पता चल जाएगा कि शस्त्र लाइसेंस किसके नाम है। किंतु, दुर्भाग्य यह है कि तीन दिन बाद भी पुलिस जहां के तहां खड़ी है। पुलिस के हाथ न आरोपित हनुमान प्रसाद शुक्ला लगा और न ही पुलिस यह पता लगा सकी कि रिवाल्वर का लाइसेंस किसके नाम है। मामूली धाराओं में दर्ज की रिपोर्ट

हर्ष फाय¨रग। कई बार इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं। बकायदा इस पर रोक के सख्त निर्देश जारी हैं। यही नहीं अफसरों ने तो यहां तक कहा है कि जिस भी थाना क्षेत्र में हर्ष फाय¨रग की घटना होगी सीधे तौर पर थाना प्रभारी पर कार्रवाई होगी। बावजूद इसके इतनी बड़ी घटना की खुद वादी बनकर रिपोर्ट दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने मामूली धारा में मुकदमा लिखवाया। जबकि इसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। भले की घायल पक्ष ने अभी तहरीर न दी हो, लेकिन पुलिस को तो कम से कम यह जानना ही था कि मामले में यह धारा किसी को हजम नहीं होती है। कहीं सफेदपोशों का दबाव तो नहीं

हर्ष फाय¨रग की घटना में पुलिस की कार्यप्रणाली से लगता है कि वह कहीं न कहीं किसी दबाव में है। भले ही जिम्मेदार पुलिसकर्मी खुद इसे कबूल न कर रहे हो, लेकिन चर्चा है कि इसमें कुछ सफेदपोश लगे हैं। वे पुलिस पर दबाव बना रहे हैं। चर्चा यह भी है कि अगर विपक्षी राजनैतिक पार्टियों को इसकी जानकारी कहीं से हो गई तो वह मामले को तूल दे सकते हैं, जिससे पुलिस के साथ ही उन सफेदपोशों की भी किरकरी हो सकती है जो इस पूरे मामले में पुलिस पर दबाव बना रहे हैं। वर्जन

आरोपित हनुमान शुक्ल की तलाश में कई जगह दबिश दी गई है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। विवेचक को निर्देशित किया गया है कि इस बात का पता लगाएं कि रिवाल्वर किसके नाम है। पता चलते ही शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

- अर्जुन ¨सह, प्रभारी निरीक्षक सैनी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.