टीबी से पीड़ित मरीजों को पोषण भत्ता देने में कौशांबी का छठवां स्थान
टीबी से पीड़ित मरीज इलाज के दौरान पोषक तत्व ले सके। इसके मद्देनजर मरीजों को 500 रुपये प्रति माह पोषण भत्ता दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर जाए तो इस समय क्षय रोग से पीड़ित 1452 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस वर्ष इन मरीजों को पोषण योजना के तहत 32 लाख रुपये दिया जा चुका है। मरीजों के पोषण भत्ता भुगतान को लेकर कौशांबी प्रदेश में छठवें स्थान पर है।
जासं, कौशांबी : टीबी से पीड़ित मरीज इलाज के दौरान पोषक तत्व ले सके। इसके मद्देनजर मरीजों को 500 रुपये प्रति माह पोषण भत्ता दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर जाए तो इस समय क्षय रोग से पीड़ित 1452 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस वर्ष इन मरीजों को पोषण योजना के तहत 32 लाख रुपये दिया जा चुका है। मरीजों के पोषण भत्ता भुगतान को लेकर कौशांबी प्रदेश में छठवें स्थान पर है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर घर-घर जाकर टीबी मरीजों को खोजने का अभियान चलाया जाता है। बीते वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य विभाग की ओर से चार सितंबर से 14 सितंबर तक घर-घर जाकर टीबी मरीजों को खोजने का अभियान चलाया गया था। इसमें 70 टीमों द्वारा 2.08 लाख लोगों के बीच मरीजों की खोज की गई। जिसमें 734 संदिग्ध मरीज मिले। उनकी जांच कराई तो 31 नए टीबी मरीज मिले। इन दिनों 1452 मरीजों का इलाज चल रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसएन झा ने बताया कि मरीजों को जिले से उपचार हो रहा है। इसके बाद भी उनको कोई समस्या आती है तो उनको मंडलीय चिकित्सालय भेजा जाएगा। इसके लिए मरीजों को विभाग की ओर से खर्च भी मुहैया कराया जा रहा है। जिला कोआर्डिनेटर पंकज सिंह ने बताया कि टीबी के मरीजों के लिए सबसे पहला उपचार है कि वह पोषण युक्त भोजन करें। इसके लिए विभाग की ओर से हर मरीज को 500 रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जा रहा है। कहाकि अप्रैल 2019 से अब तक पोषण भत्ता के नाम पर करीब 32 लाख रुपये मरीजों के खाते में भेजा चुका है। मरीजों के पोषण भत्ता भुगतान को लेकर कौशांबी प्रदेश में छठवें स्थान पर है। जनवरी 2019 से अब तक 570 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं।