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कौशांबी के फर्जी शिक्षक इलाहाबाद व जौनपुर में कर रहे नौकरी

जासं, कौशांबी : जिले के प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी करने वाले दो शिक्षकों के दस्तावेज की जांच के बाद वह फर्जी पाए गए थे। इनके खिलाफ बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कार्रवाई करना था। लेकिन अधिकारियों ने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसका परिणाम रहा कि वह यहां छोड़कर गैर जनपद में नौकरी कर रहे हैं। अधिकारियों की नोटिस का भी वह जवाब नहीं दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 08:54 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 08:54 PM (IST)
कौशांबी के फर्जी शिक्षक इलाहाबाद व जौनपुर में कर रहे नौकरी
कौशांबी के फर्जी शिक्षक इलाहाबाद व जौनपुर में कर रहे नौकरी

जासं, कौशांबी : जिले के प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी करने वाले दो शिक्षकों के दस्तावेज की जांच के बाद वह फर्जी पाए गए थे। इनके खिलाफ बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कार्रवाई करना था। लेकिन अधिकारियों ने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसका परिणाम रहा कि वह यहां छोड़कर गैर जनपद में नौकरी कर रहे हैं। अधिकारियों की नोटिस का भी वह जवाब नहीं दे रहे हैं।

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कौशांबी में बेसिक शिक्षा विभाग में करीब 36 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे है। इनके खिलाफ अधिकारियों ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन करीब 20 लोगों ने विभाग को कोई जवाब नहीं दिया। इसकी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग को भेजी गई तो उन्होंने सभी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। माना जा रहा है कि जिन लोगों ने विभागीय कर्मचारियों से संपर्क किया उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभाग ने केवल छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कागजी कार्रवाई पूरी कर ली। जबकि प्राथमिक विद्यालय नौगीरा में तैनात शिक्षिका शना बानों के भी प्रमाण पत्र फर्जी थे। जब जांच शुरू हुई तो नौकरी छोड़कर चली गई। इन दिनों वह इलाहाबाद के राजकीय विद्यालय में नौकरी कर रही हैं। उनके खिलाफ विभाग ने 14 अगस्त 2018 को पत्र जारी कर नियुक्ति निरस्त करते हुए एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी प्रकार बम्हरौली में तैनात रही शिक्षिका शरदा देवी के प्रमाण पत्र फर्जी थे। जांच शुरू होने के बाद वह नौकरी छोड़कर चली गई और अब जौनपुर में नौकरी कर रही हैं। उनके खिलाफ भी एफआइआर का निर्देश दिया गया था। अधिकारियों ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं कराया। इन शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बाद भी अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई। इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग संदेह के घेरे में है। बीएसए अर¨वद कुमार ने बताया कि उनको जिले में आए अभी कुछ दिन ही हुए हैं, यदि कोई शिक्षक फर्जी है और उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है तो वह सभी की पत्रावली को मंगाने के साथ ही उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।


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