जिले को मिलने वाला डॉग पहुंच गया झांसी
विकास मालवीय, कौशांबी जिले के डॉग स्क्वायड में शामिल यूसी (स्वान) की मौत के बाद अब हैंडलर भी हाथ से निकल गया। ग्वालियर के टेकनपुर में ट्रे¨नग के बाद स्थानांतरण होने से हैंडलर डॉग को लेकर झांसी पहुंच गया। अब जनपद में न तो हैंडलर रह गया और न ही डॉग मिला। इसके चलते पुलिस की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
विकास मालवीय, कौशांबी
जिले के डॉग स्क्वायड में शामिल यूसी (स्वान) की मौत के बाद अब हैंडलर भी हाथ से निकल गया। ग्वालियर के टेकनपुर में ट्रे¨नग के बाद स्थानांतरण होने से हैंडलर डॉग को लेकर झांसी पहुंच गया। अब जनपद में न तो हैंडलर रह गया और न ही डॉग मिला। इसके चलते पुलिस की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।
मार्च 2013 में जन्मी यूसी को सीबीसीआइडी हैदराबाद ने बहराइच भेजा था। देखभाल हैंडलर प्रमोद कुमार कर रहे थे। दो साल पहले स्थानांतरण पर प्रमोद यूसी को लेकर कौशांबी आए और पुलिस लाइन में रहकर ट्रे¨नग कराते रहे। कई वारदातों के पर्दाफाश में यूसी की अहम भूमिका रही। पांच दिसंबर 2017 को अचानक यूसी की तबियत बिगड़ गई। मंझनपुर के पशु अस्पताल में सुधार न होने से चिकित्सक ने 18 दिसंबर को यूसी को बरेली के पशु चिकित्सा अनुसंधान रेफर कर दिया। पेट में पस बन जाने के कारण 19 दिसंबर को ऑपरेशन हुआ और दूसरे दिन यूसी की मौत हो गई। एसपी ने सीबीसीआइडी लखनऊ को पत्र भेजकर दूसरे स्वान की मांग की। टेकनपुर स्थित बीएसएफ कैंप में हैंडलर प्रमोद कुमार ने दूसरे स्वान को ट्रे¨नग दी। इस बीच जिले में बढ़ते अपराध के बीच डॉग स्क्वायड की कमी पुलिस को काफी खली। कई ऐसी घटनाएं आज भी बिना पर्दाफाश के फाइलों में धूल चाट रही हैं, जिनमें डॉग स्क्वायड काफी मददगार साबित होता। करीब नौ माह तक चली ट्रे¨नग के बाद प्रमोद कुमार स्वान को लेकर सीबीसीआइडी लखनऊ पहुंचे। माह भर पहले प्रमोद कुमार का स्थानांतरण झांसी कर दिया गया। अब वह खोजी स्वान को लेकर झांसी पहुंच चुके हैं। ऐसी परिस्थिति में एक बार फिर लंबे समय तक कौशांबी जिला डॉग स्क्वायड विहीन हो चुका है। हैंडलर प्रमोद का स्थानांतरण झांसी हो गया है। इससे अपराध की घटनाओं में थोड़ा परेशानी आएगी। फिलहाल सीबीसीआइडी लखनऊ को दोबारा पत्र लिखा गया है। जल्द ही हैंडलर व डॉग जिले को उपलब्ध हो जाएगा।
- प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक।