नियमों की अनदेखी, लोगों की जान सांसत में
नाबालिग हाथों में गाड़ियों की स्टेयरिग के साथ स्टंट करना जानलेवा साबित हो रहा है। सड़क पर तेज रफ्तार मोटरसाइकिल और चार पहिया दौड़ाने के साथ बेतरतीब तरीके से सड़कों पर खड़े किए जाने वाले सवारी गाड़ियों के कारण भी आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
कौशांबी : नाबालिग हाथों में गाड़ियों की स्टेयरिग के साथ स्टंट करना जानलेवा साबित हो रहा है। सड़क पर तेज रफ्तार मोटरसाइकिल और चार पहिया दौड़ाने के साथ बेतरतीब तरीके से सड़कों पर खड़े किए जाने वाले सवारी गाड़ियों के कारण भी आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई तो की जाती है, मगर उसका कोई व्यापक प्रभाव नहीं दिखाई देता है। ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर वाहनों को दौड़ाया जाता है। उच्च अधिकारी रोज देखते हैं। मगर सभी को सड़क सुरक्षा सप्ताह का इंतजार रहता है।
जिले में बढ़ रही दुर्घटनाओं के ग्राफ के विभिन्न कारण हैं। इन कारणों में एक वजह यह भी है कि गाड़ियों को बेतरतीब तरीके से खड़ा कर दिया जाता है। सड़क किनारे या पार्किंग के बजाए वाहनों को लोग सड़क पर ही उल्टे-सीधे तरीके से खड़े कर देते हैं। आवागमन में दिक्कत सबसे ज्यादा प्राइवेट सवारी वाहन चालक करते हैं। इसके कारण हादसे होते हैं। इतना ही नहीं, जनपद में ऐसे तमाम नाबालिग चालक भी हैं, जिनके हाथ में दो पहिया व चार पहिया गाड़ियों की स्टेयरिग होती है। लाखों रुपये कीमत की मोटरसाइकिल में तो यह नाबालिग चालक हवा में बात करते हैं। इनके स्टंट के चलते अन्य वाहन चालकों को भी दिक्कत होती है। कोरम पूरा करने के लिए चलता है अभियान
समय-समय पर अभियान चलाकर एआरटीओ व पुलिस विभाग के जिम्मेदार ऐसे वाहन चालकों की धरपकड़ भी करते हैं, जो नाबालिग हैं, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के हैं और वाहनों से स्टंट करते हैं। पुलिस अफसरों के अनुसार ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने पर पकड़े गए वाहनों का चालान करते हुए समन शुल्क वसूल करने और सीज करने का प्राविधान है। हर दिन सुबह-शाम पुलिस वाहनों की चेकिग अभियान चलाती है। पुलिसिया आंकड़े का जिक्र करें तो शुक्रवार को भी जिले के 50 स्थानों पर वाहन चेकिग लगाकर 353 वाहनों का ई-चालान और 17 वाहनों का चालान करते हुए साढ़े आठ हजार रुपये समन शुल्क वसूल किया गया। इसी तरह यदि महीने भर के आंकड़ों पर जाएं तो डेढ़ हजार से अधिक वाहनों का चालान करते हुए दर्जन भर चार पहिया व दो पहिया गाड़ियों को सीज किया जा चुका है। अधिकारी आंकड़ों पर तो दम भरते हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही रहती है। कोरम पूरा करने के लिए कई बार जबरन लोगों का चालान भी कर दिया जाता है। वर्जन..
यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों की धरपकड़ की जाती है। जिले के विभिन्न चौराहों व बाजारों में चेकिग अभियान चलाकर चालान करने के अलावा सीज की कार्रवाई की जाती है। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर 500 से लेकर 5000 हजार या फिर इससे अधिक का जुर्माना हो सकता है। यह जुर्माना वाहन के दस्तावेज व वाहनों को कैसे चलाना चाहिए, उस नियम पर निर्भर करता है।
-रवींद्र त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक, यातायात।