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शिक्षा में शून्य निवेश से नवाचार पर प्रशिक्षित हुए गुरुजी

जासं कौशांबी परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए हमेशा नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं। शिक्षा के स्तर पर इन प्रयोगों को कितना प्रभाव पड़ा व कैसे बेहतर शिक्षा दी जा सकती है इसको लेकर लगातार मंथन हो रहा है। अरविदो सोसायटी ने शून्य निवेश पर नवाचार विषय को लेकर शुक्रवार को डायट परिसर में 100 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। उनको नवाचार के बाद क्या परिवर्तन दिखा इसको लेकर जानकारी जुटाई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 11:28 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 11:28 PM (IST)
शिक्षा में शून्य निवेश से नवाचार पर प्रशिक्षित हुए गुरुजी
शिक्षा में शून्य निवेश से नवाचार पर प्रशिक्षित हुए गुरुजी

जासं, कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए हमेशा नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं। शिक्षा के स्तर पर इन प्रयोगों को कितना प्रभाव पड़ा व कैसे बेहतर शिक्षा दी जा सकती है इसको लेकर लगातार मंथन हो रहा है। अरविदो सोसायटी ने शून्य निवेश पर नवाचार विषय को लेकर शुक्रवार को डायट परिसर में 100 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। उनको नवाचार के बाद क्या परिवर्तन दिखा इसको लेकर जानकारी जुटाई।

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अरविदो सोसायटी के क्षमता वृद्धि प्रशिक्षक राम कृष्ण मिश्र व सचिन कपूर ने शिक्षकों को शून्य निवेश पर नवाचार विषय को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यालय के बच्चों के अंदर कोई न कोई सी कला होती है जो उन्हें दूसरों से अलग करती है। वह सामय तौर पर सब के सामने प्रदर्शित नहीं करते। शिक्षकों के सामने बच्चे शिक्षण के दौरान उन चीजों को अचानक से प्रदर्शित कर देते हैं। ऐसे में शिक्षकों को ऐसे बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने का प्रयास करना चाहिए। इससे शिक्षक की भी समाज में अलग पहचान बनेगी साथ ही साथ यह बच्चों के हित में भी होगा। जिस दिन शिक्षकों ने ऐसे किसी एक बच्चे को भी प्रोत्साहित कर दिया विद्यालय का स्तर और पढ़नपाठन का माहौल अपने आप बदल जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि पूर्व में समिति ने हर विद्यालय में जाकर शिक्षकों को टीचिग लर्निंग मैटेरियल (टीएलएम) के लिए मिलने वाले धन के बेहतर प्रयोग की जानकारी दी जा चुकी है। शिक्षक इसके माध्यम से भी अपने स्तर पर भी नए-नए प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने विषय से बच्चों को जोड़ने के लिए चित्रकला, रेखा चित्र, खेल, प्रश्नोत्तरी, गलत चार्ट आदि का प्रयोग कर जिज्ञाशा को शांत करने का उपचा और प्रयोग की जानकारी दी। शिक्षकों को प्रशिक्षिण के दौरान जिला स्तर पर लगाने वाली शून्य निवेश पर नवा प्रदर्शनी की जानकारी दी। इस मौके पर प्रशिक्षकों के साथ ही जिले के आठों ब्लाक के चयनित शिक्षक मौजूद रहे।


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