एक सिपाही या होमगार्ड हिफाजत के नाम पर
जासं, कौशांबी : ऐतिहासिक व पौराणिक धरोहरों को संजोए कौशांबी नगरी में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन कुछ खास संजीदा नहीं है। सुरक्षा के नाम पर इन पर्यटकों को महज एक सिपाही या होमगार्ड दे दिया जाता है। ऐसी परिस्थिति में इनके साथ आए दिन कोई न कोई घटनाएं होती रहती हैं। चार माह पहले भी थाईलैंड से आए पर्यटकों के साथ लूट की घटना हुई थी जो जिले में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल भी खड़े करती है।
जासं, कौशांबी : ऐतिहासिक व पौराणिक धरोहरों को संजोए कौशांबी नगरी में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन कुछ खास संजीदा नहीं है। सुरक्षा के नाम पर इन पर्यटकों को महज एक सिपाही या होमगार्ड दे दिया जाता है। ऐसी परिस्थिति में इनके साथ आए दिन कोई न कोई घटनाएं होती रहती हैं। चार माह पहले भी थाईलैंड से आए पर्यटकों के साथ लूट की घटना हुई थी जो जिले में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल भी खड़े करती है।
दुनिया के नक्शे में शामिल कौशांबी का कोसम खिराज व कोसम इनाम गांव बौद्ध व जैन धर्म के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। घोषिताराम विहार से लेकर छठे पद्मप्रभु का प्राचीन मंदिर होने के कारण जनपद में आए दिन थाईलैंड, चीन, जापान व श्रीलंका से श्रद्धालु आते रहते हैं। विदेशी चेहरे देखकर इलाके के आपराधिक किस्म के लोग इन्हें अपना निशाना बनाने के फिराक में भी रहते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि प्रशासनिक अफसरों ने इन विदेशी पर्यटकों के रात्रि विश्राम के नाम पर एक अदद गेस्ट हाउस भी नहीं बनाकर रखा है। इसके चलते यह प्राचीन मंदिरों के परिसर में ही ठहरते हैं। बुद्ध पूर्णिमा आदि पर्वों में यदि पर्यटकों की संख्या बढ़ी तो मंदिर में जगह न होने से खुले में या पेड़ की छांव में विश्राम करना पड़ता है। चार माह पहले थाईलैंड से आए क्वांग हांग स्वांग व उनके साथियों के साथ हुई घटना है। प्राचीन मंदिर के दर्शन कर लौटते समय दोपहर को क्वांग हांग व उनके दो साथी जयंतीपुर गांव के समीप सड़क बाग में आराम कर रहे थे। इस बीच उनका कीमती कैमरा व रुपये आदि लूट लिया था। पिपरी थाने में पर्यटकों को पुलिस ने मामला सरायअकिल का बताते हुए लौटा दिया। सुरक्षा के नाम पर एक होमगार्ड साथ में भेजा गया। चार दिन पहले भी श्रीलंका से विदेशी पर्यटकों का जत्था आया था। उनपर बच्चे ईट पत्थर फेंक रहे थे। विदेशी कब आ रहे हैं और कब जाते हैं। इसकी मॉनीट¨रग की जिम्मेदारी कौशांबी थाने के इंस्पेक्टर को दी गई है। उनके आगमन पर सुरक्षा के लिहाज से सिपाही या होमगार्ड साथ में भेजा जाता है। इंस्पेक्टर को उन पर नजर रखने का भी निर्देश दिया गया है। थाना परिसर में ही उनके विश्राम स्थल की व्यवस्था की जा रही है।
- प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक।