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रोहिणी नक्षत्र में करवा चौथ का व्रत, विशेष फल की होगी प्राप्ति

अखंड सौभाग्य की कामना का व्रत करवा चौथ इस बार रविवार को है। पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह है। सुहागन और कुंवारी युवतियां विधि विधान से रखेंगी। इस बार की चौथ में राहिणी नक्षत्र है। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा उच्चता का प्राप्त करता है। वही तुला राशि में सूर्य मंगल व शुक्र ग्रह कस संचरण होगा। इससे व्रत रखने वाली महिलाओं के ऋण योग व बाधाएं खत्म होंगी। साथ ही निरोगता लंबी आयु एवं सौभाग्य की प्राप्ति होगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 09:54 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 09:54 PM (IST)
रोहिणी नक्षत्र में करवा चौथ का व्रत, विशेष फल की होगी प्राप्ति
रोहिणी नक्षत्र में करवा चौथ का व्रत, विशेष फल की होगी प्राप्ति

जासं, कौशांबी : अखंड सौभाग्य की कामना का व्रत करवा चौथ इस बार रविवार को है। पर्व को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह है। सुहागन और कुंवारी युवतियां विधि विधान से रखेंगी। इस बार की चौथ में राहिणी नक्षत्र है। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा उच्चता का प्राप्त करता है। वही तुला राशि में सूर्य, मंगल व शुक्र ग्रह कस संचरण होगा। इससे व्रत रखने वाली महिलाओं के ऋण योग व बाधाएं खत्म होंगी। साथ ही निरोगता लंबी आयु एवं सौभाग्य की प्राप्ति होगी।

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करवा चौथ व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस बार चतुर्थी तिथि रविवार को पड़ रहा है। त्योहार की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। घरों की सफाई के साथ खरीदारी भी शुरू कर दी गई है। बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। मंझनपुर, सिराथू, करारी, भरवारी आदि बाजारों से शुक्रवार को महिलाओं ने खरीदारी किया। पंडित रामअभिलाष शुक्ल ने बताया कि इस बार करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में है। इस लिए व्रत व पूजन का विशेष फल प्राप्त होगा। कहा कि करवा चौथ के दिन माता पार्वती, भगवान शिव, गणेश जी, भगवान कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा करने का विधान है। करवा चौथ के व्रत निर्जला व्रत रखकर महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चांद देखने के बाद अपना व्रत खोलती हैं। चतुर्थी तिथि पर चंद्रमा का उदय होना महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि इस व्रत में चंद्रमा को अ‌र्घ्य देने के बाद ही पति के हाथों करेंगी। तभी व्रत को पूर्ण माना जाएगा। इस बार करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में है। इस लिए अत्यंत शुभ है। रविवार सुबह तीन बजकर एक मिनट पर शुरू होगी जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5:43 बजे तक रहेगी। रात्रि 8:11बजे चांद निकलेगा। इस लिए 24 अक्टूबर की शाम 6:55 बजे से 08:51 तक पूजन का मूहूर्त रहेगा। चंद्र अ‌र्घ्य का समय

करवा चौथ के दिन चंद्रमा के उदय होने का समय रात 8:07 बजे है। करवा चौथ का व्रत रहने वाली महिलाएं 08:07 बजे चंद्रमा की पूजा करें। इसके बाद दूध, अक्षत्, पुष्प मिश्रित जल से चंद्रमा को अ‌र्घ्य दें।


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