आय बढ़ाने के लिए नए तरीके से खेती करें किसान
किसानों की आय को दोगुना करने के लिए शासन व प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है। किसानों को जागरूक करने के लिए सोमवार से जिले की 88 न्याय पंचायतों में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की जानकारी दी है।
जासं, कौशांबी : किसानों की आय को दोगुना करने के लिए शासन व प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है। किसानों को जागरूक करने के लिए सोमवार से जिले की 88 न्याय पंचायतों में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। इसमें किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की जानकारी दी है।
विकास खंड मंझनपुर की ग्राम पंचायत समदा में किसान पाठशाला का शुभारंभ डीएम मनीष कुमार वर्मा ने किया। उन्होंने किसानों को बताया कि नई-नई तकनीक अपना कर किसान फसल उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए कृषि विभाग व वैज्ञानिक किसानों को जागरूक कर रहे हैं। कृषि उप निदेशक डॉ. उदयभान गौतम ने कहा कि किसान पाठशाला के माध्यम से कृषि क्षेत्र के हो रहे बदलाव व कृषि यंत्रों की खरीद में मिलने वाले अनुदान की जानकारी हासिल कर सकते हैं। किसानों को दिया गया मत्स्य पालन का प्रशिक्षण
संसू, चायल : चायल तहसील क्षेत्र के चरवा गांव में सोमवार को मत्स्य पालकों का प्रशिक्षण दिया गया। विद इन डिस्ट्रिक्ट ऐट विलेज के तहत बाबा गुरु वचन एजुकेशनल सोशल एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से मछली पालन की विभिन्न जानकारी दी गई। मत्स्य विकास पालन अधिकारी सुनील कुमार ने मत्स्य पालन से संबंधी योजनाओं, मछलियों में बीमारियों की जानकारी देते हुए किसानों को वैज्ञानिक विधि अपनाने की सलाह दी। उन्होंने मछली के बीज तालाब में डालने से क्या लाभ होगा, जब तक इस पर विशेष ध्यान न दिया जाए, मछली के बच्चों लिए तालाब में प्राकृतिक भोजन का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि भोजन नहीं होगा तो मछलियों की मौत हो जाएगी। बीज का 2.5इंच से कम आकार तालाब में संचय किया गया है तो मछलियों की मौत की आशंका बढ़ जाती है। यदि तालाबों में मछलियां छोड़ दी गई हैं तो उन्हें बाहर से भी आहार देना जरूरी है। तालाब की गुणवत्ता खराब है तो मछलियों के वृद्धि पर असर पड़ता है। इस मौके पर मत्स्य इंस्पेक्टर बृजेश सिंह सहित प्रदीप कुमार, वीरेंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, पुष्पेंद्र कुमार आदि ग्रामीण मौजूद रहे।