घर में घुसकर परिवार को पीटा, पांच पर मुकदमा
सैनी कोतवाली क्षेत्र के चक बख्तियारा परसीपुर गांव में पुरानी रंजिश को लेकर परिवार पर कातिलाना हमला करने के मामले में पुलिस ने 19 दिन बाद एसपी के आदेश पर कार्रवाई की। पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कौशांबी : सैनी कोतवाली क्षेत्र के चक बख्तियारा परसीपुर गांव में पुरानी रंजिश को लेकर परिवार पर कातिलाना हमला करने के मामले में पुलिस ने 19 दिन बाद एसपी के आदेश पर कार्रवाई की। पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
चक बख्तियारा परसीपुर निवासी सुरेंद्र कुमार का गांव के ही अवधेश से पुरानी रंजिश चली आ रही है। इसे लेकर अक्सर विवाद की स्थिति बनी रहती है। सुरेंद्र का कहना है कि एक जनवरी को अवधेश अपने परिवार के अर्जुन, कुसुम, श्रीराम व अभिषेक के साथ आया और बेवजह गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर सभी ने घर में घुसकर सुरेंद्र की पिटाई की। बीच-बचाव करने आए परिवार के लोगों को भी हमलावरों ने जमकर पीटा। ग्रामीणों के हस्तक्षेप पर सभी धमकी देते हुए भाग निकले। पीड़ित सुरेंद्र कई दिनों तक कोतवाली के चक्कर लगाता रहा, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। इससे आहत पीड़ित ने बीते दिनों पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से गुहार लगाई। एसपी के आदेश पर पुलिस ने नामजद आरोपितों के खिलाफ बुधवार को केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला के खाते से उड़ाए दो लाख रुपये
जासं, कौशांबी : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के स्थानीय कस्बा स्थित हजरतगंज मोहल्ले की एक महिला के खाते से शातिर ने दो लाख रुपये पार कर दिए। इसकी जानकारी महिला को हुई तो उसने पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से शिकायत की। एसपी के निर्देश पर मंझनपुर कोतवाली में केस दर्ज करते हुए साइबर सेल अधिकारी को जांच सौंपी गई है।
मंझनपुर के हजरतगंज मोहल्ला निवासी ननका प्रसाद की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी पत्नी लंगड़ी देवी मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करती है। उसका कहना है कि मजदूरी करके किसी तरह उसने दो लाख रुपये बेटियों की शादी के लिए इकट्ठा कर रखे थे। मंझनपुर के ही एक बैंक शाखा में उसने रुपये जमा कर रखा था। अचानक उसके खाते से अज्ञात शातिरों ने दो लाख रुपये पार कर दिए। दो दिन पहले लंगड़ी देवी ने बैंक जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि उसके खाते से दो लाख रुपये निकाले गए हैं। यह सुन महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई। बैंक मैनेजर भी साफ तौर पर कुछ नहीं बता पाए। इस पर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई। एसपी ने जांच कराकर रुपये वापस कराए जाने का आश्वासन दिया है।