एन शॉफ्ट के खिलाफ कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
जिले में मीटर रीडिग का काम बंगलौर की संस्था एन शॉफ्ट को मिला है। इस संस्था से जुड़े युवकों ने कंपनी पर शोषण का आरोप लगाया है। उन्होंने कंपनी के संचालक को संबोधित ज्ञापन अधिशासी अभियंता को सौंपकर शोषण से निजात दिलाने की मांग की है। साथ ही काम के बदले उचित मानदेय कार्यस्थल पर सुरक्षा काम में स्थिरता आदि की मांग की है।
कौशांबी : जिले में मीटर रीडिग का काम बंगलौर की संस्था एन शॉफ्ट को मिला है। इस संस्था से जुड़े युवकों ने कंपनी पर शोषण का आरोप लगाया है। उन्होंने कंपनी के संचालक को संबोधित ज्ञापन अधिशासी अभियंता को सौंपकर शोषण से निजात दिलाने की मांग की है। साथ ही काम के बदले उचित मानदेय, कार्यस्थल पर सुरक्षा, काम में स्थिरता आदि की मांग की है।
जिले में करीब तीन साल से मीटर रीडिग का काम बंगलौर की संस्था कर रही है। संस्था से सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवक जुड़े हैं। शनिवार को सिराथू सब डिवीजन से जुड़े करीब 25 युवकों ने कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कंपनी पर शोषण का आरोप लगाया है। यूनियन लीडर शोभित कुमार बाजपेई ने बताया कि करीब तीन साल से लोग कंपनी से जुड़कर काम कर रहे हैं। इसके बाद भी मीटर रीडरों का शोषण हो रहा है। कंपनी के सुपरवाइजर युवकों से मनमानी करते हैं। वह अपनी मर्जी से बिना किसी शिकायत के लोगों की आइडी बंद कर देते हैं। क्षेत्र के दर्जनों युवक ऐसे हैं जो तीन चार माह से घर पर बैठे हैं। लंबे समय से काम करने वालों की अचानक आइडी बंद कर देना उचित नहीं है। नाराज मीटर रीडरों ने अधिशासी अभियंता अंकित कुमार को ज्ञापन देकर बताया कि वह तीन साल से मात्र छह हजार 400 रुपये प्रतिमाह पर काम कर रहे हैं। उनके मानदेय में अब तक कोई वृद्धि नहीं हुई। बताया कि एक मीटर रीडर को कम से कम 1500 लोगों के घरों पर पहुंचकर बिल निकालना पड़ता है। उनको कार्य स्थल पर किसी प्रकार की सुरक्षा और आने जाने का व्यय भी नहीं दिया जाता। अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देते हुए मीटर रीडरों ने अपनी समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग की है।